द फॉलोअप टीम, पटना:
बिहार विधानसभा का शीतकालीन सत्र कल यानी सोमवार से शुरू हो रहा है। शीतकालीन सत्र 29 नवंबर से से 3 दिसंबर तक चलेगा। विपक्ष कई मुद्दों पर नीतीश सरकार को घेरने की तैयारी में है। इनमें शराबबंदी कानून, जहरीली शराब से मौत, कोविड, नीति आयोग की रिपोर्ट के मुताबिक बिहार की गरीबी और कुपोषण जैसे कई मुद्दे शामिल हैं।
कांग्रेस विधायक दल के नेता ने क्या कहा!
सत्र शुरू होने से पहले कांग्रेस विधायक दल के नेता अजित शर्मा ने बड़ा बयान दिया है। उन्होंनने कहा कि कांग्रेस राष्ट्रीय जनता दल के साथ महागठबंधन के किसी भी बैठक में शामिल होने पर विचार नहीं कर रही है। कांग्रेस विधायक दल की बैठक अलग होगी। उन्होंने कहा कि अब महागठबंधन की बैठख में आरजेडी के विधायक शामिल होंगे या नहीं, ये आलाकमान को तय करना है। उन्होने कहा कि उपचुनाव में जिस तरीके का बर्ताव आरजेडी ने कांग्रेस के साथ किया उसे बिहार का कोई भी कांग्रेस का नेता कभी नहीं भुला सकता। ये अपमान था।
सत्ता पक्ष को घेरने में विपक्ष का साथ देगी कांग्रेस
अजित शर्मा ने कहा कि सदन के अंदर और बाहर सत्ता पक्ष को किसी मुद्दे पर घेरने की बात आयेगा ती कांगेस इसमें विपक्ष की मुहिम के साथ रहेगी। गौरतलब है कि बिहार में कांग्रेस के नेता कुशेश्वरस्थान में पार्टी का उम्मीदवार उतारना चाहते थे लेकिन आरजेडी ने उनकी मांग को दरकिनार किया। दोनों सीटों पर अपने उम्मीदवार उतारे। इससे कांग्रेस के नेता नाराज हो गये। उनकी ये नाराजगी अब तक खत्म नहीं हुई है। तल्खी आगे भी दिखेगी।
शीतकालीन सत्र से पहले कांग्रेस आरजेडी में तल्खी
इस बीच अजित शर्मा की बात का जवाब देते हुए आरजेडी के वरिष्ठ नेता वीरेंद्र ने कहा कि बिहार में कांग्रेस के नेता क्या बोलते हैं ये वे ही जानें। कांग्रेस आलाकमान पूरी तरह से कांग्रेस के साथ है। हमें यकीन है कि कांग्रेस आलाकमान के निर्देश पर बिहार कांग्रेस के विधायक महागठबंधन के साथ बने रहेंगे। उपचुनाव बीत चुका है। आगे की राजनीति पर ध्यान देने की जरूरत है। सत्ता पक्ष को इस शीतकालीन सत्र में चैन की सांस नहीं लेने देना है।