logo

मंहगाई की मार से बचने के लिए महिलाओं ने मंगलसूत्र भी बेचा- कांग्रेस

10434news.jpg
द फॉलोअप टीम, रांची:

बढ़ती महंगाई से जहां आम लोग परेशान हैं वही दूसरी तरफ महंगाई पर सियासत गर्म है। कांग्रेस नेता लगातार केंद्र सरकार पर निशाना साध रहें है।  झारखंड प्रदेश कांग्रेस कमेटी के प्रवक्ता आलोक कुमार दूबे, लाल किशोरनाथ शाहदेव और डॉ0 राजेश गुप्ता छोटू नरेंद्र मोदी सरकार को कुशासन बता रहें हैं। इनका कहना है कि सरकार आम लोगों को राहत पहुंचाने पाने में नाकामयाब रही है। आम जनता महंगाई से त्रस्त हो चुकी है। 

कोरोना और महंगाई की दोहरी मार
प्रदेश कांग्रेस प्रवक्ता ने कहा कि कोरोना की वार और महंगाई की मार से देश की जनता परेशान है। वहीं आज एक बार फिर पेट्रोल डीजल की दाम बढ़ गया है। इस संकट काल में लोगों को अपना घर-परिवार चलाने के लिए विवश होकर सोने के जेवरात को भी बैंकों और निजी फाइनेंस कंपनियों में गिरवी रखना पड़ रहा है। स्थिति काफी भयावह हो चली है। 


बीजेपी ने दिया कुशासन का सबूत
आलोक कुमार दूबे ने कहा कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के पिछले सात सालों के कुशासन का सबूत है कि आर्थिक परेशानियों की वजह से देश में बहन-बेटियां  मंगलसूत्र तक गिरवी रखने को मजबूर है। महिलाओं को अपने जेवरात को गिरवी रखकर लोन लेना पड़ा। सोने-चांदी के जेवरात में  40 प्रतिशत से ज्यादा मंगलसूत्र गिरवी रखे गये।  इसके अलावा गले की चेन, सोने की चूड़ियां, सोने की अंगूठियां और बिस्किट तथा सिक्के भी लोगों ने गिरवी रखकर 400 करोड़ से ज्यादा कर्ज बैंकों से लिया। साथ ही 200 करोड़ मुत्थुट फाइंनेंस और 100 करोड़ रुपये मणप्पुरम से लोन किया गया।  

केंद्र सरकार ने आंखें मूंद ली हैं
लालकिशोर नाथ शाहदेव ने कहा कि देश की एक बड़ी आबादी लॉकडाउन से काम धंधा ठप्प हो जाने से लोग त्रस्त हैं।  केंद्र सरकार ने महंगाई के मसले पर आंखें मूंद रखी है। रांची में पेट्रोल अब 94.97 रुपये और डीजल 94.30 रुपये प्रति लीटर हो गया है। पेट्रोल और डीजल की कीमत में अब सिर्फ 67 पैसे का अंतर रहना भी केंद्र सरकार की गैर-जिम्मेदाराना रवैये को जाहिर करता है। 

महंगाई से त्रस्त हो चुकी है जनता
डॉ0 राजेश गुप्ता छोटू ने कहा कि जनता महंगाई से त्रस्त हैं, वहीं मोदी सरकार अपने पूंजीपति मित्रों को फायदा पहुंचाने के लिए किसी भी स्तर पर जाने को तैयार है। लेकिन अब राफेल का सच नहीं छिपेगा। फ्रेंच लोक अभियोजन सर्विसेज ने राफेल घोटाले की औपचारिक जांच शुरू कर दी है। अप्रैल 2021 में मीडिया पार्ट द्वारा किये गये कए खुलासे के इन तथ्यों के आधार पर कि राफेल सौदे में बिचौलियों की भूमिका है और  भारत के प्रवर्तन निदेशालय द्वारा जानकारी के बावजूद मामले की जांच करने में लापरवाही बरती गयी, को लेकर फ्रांस में इस घोटाले की जांच शुरू हुई है।