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स्थाईकरण की मांग को लेकर सरकार के खिलाफ आर-पार लड़ाई लड़ेंगे पारा शिक्षक

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द फॉलोअप टीम, धनबाद: राज्य के पारा शिक्षक स्थाईकरण की मांग को लेकर सरकार के खिलाफ आर-पार की लड़ाई करने के मूड में हैं। इसकी बानगी झारखंड प्रदेश एकीकृत पारा शिक्षक संघर्ष मोर्चा धनबाद इकाई की बैठक में गुरुवार को दिखी। जिसमें कहा गया कि नए साल से पहले हेमंत सरकार अपने वादे को अमल कर पारा शिक्षकों का स्थायीकरण नहीं करती है तो नए वर्ष में हम सरकार के खिलाफ आर-पार की लड़ाई लड़ेंगे। जिला उपाध्यक्ष अशोक चक्रवर्ती की अध्यक्षता में गोल्फ ग्राउंड में बैठक हुई थी। बैठक में मुख्य रूप से कार्यकारी अध्यक्ष तुलसीराम महतो, निरंजन दे, कृतिबास मंडल, दयानंद चौधरी, मनोज राय, अशफाक शेख, मनोवर आलम, पतित पावन चौधरी, त्रिलोचन मिश्रा आदि उपस्थित थे।

 

हर दिन एक पारा शिक्षक की अकाल मृत्यु हो रही

बैठक में निरसा के शेख अमीरुल और बलियापुर के सुशांत कुमार महतो के आकस्मिक निधन पर दो मिनट का मौन रखा गया। जिला सचिव शेख सिद्दीकी ने कहा कि राज्य में हर दिन एक पारा शिक्षक की अकाल मृत्यु हो रही है। 18 साल सेवा देने के बावजूद सरकार द्वारा किसी प्रकार का सहयोग न होने पर पारा शिक्षकों का परिवार दर-दर भटक रहा है। पारा शिक्षक कल्याण कोष के पांच करोड़ रुपये सरकारी उदासीनता के कारण सरकार के फाइलों में धूल फांक रहे हैं।

हेमंत सरकार ना भूले अपना वादा

पारा शिक्षक सुशील कुमार पांडे ने कहा कि सत्ता में आने से तीन महीने पूर्व पारा शिक्षकों का स्थायीकरण का वादा हेमंत सरकार ने एक वर्ष में भी पूरा नहीं किया है। यह सरकार की वादाखिलाफी है, जिसे हम बर्दाश्त नहीं करेंगे। बैठक में 18 महीनों से मानदेय से वंचित अप्रशिक्षित पारा शिक्षकों के साथ, बायोमैट्रिक के कारण रोके गए तीन माह का मानदेय भुगतान के लिए विभाग पर दबाव बनाने का निर्णय लिया गया।