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कोरोना की तीसरी लहर से बचाने के लिए भोजन में ये सब शामिल कीजिए! न्यूट्रिशियनिस्ट ने दिया सुझाव

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द फॉलोअप टीम, रांची:

कोविड-19 की दूसरी लहर में मरने वाले लोगों की संख्‍या भी काफी बढ़ी है। अब विशेषज्ञों का कहना है कि कोरोना की तीसरी लहर का अधिक प्रभाव बच्चों पर होगा।  तीसरी लहर से घबराने की जरुरत नहीं है। हम यहां आपको बताने जा रहें हैं कि कोरोना की तीसरी लहर से आप अपने बच्चे को कैसे सुरक्षित रख सकते हैं। डाइटीशियन बच्चों को किस तरह का खाना रेकमंड कर रहे हैं। 

क्या कहतीं है न्‍यूट्र‍िश‍ियनिस्‍ट

Nutri4Verve की को फाउंडर व चीफ न्‍यूट्र‍िश‍ियनिस्‍ट श‍िवानी सिकरी कहती हैं क‍ि बच्‍चों को कोरोना संक्रमण से लड़ने के लिए पहले से तैयार करना होगा।   उनका कहना है कि बच्चों को सुरक्षित रखने के लिए संतुलित आहार महत्वपूर्ण भूमिका निभाता है। बच्चे ज्यादातर जंक और फास्ट फूड खाना पसंद करते हैं जो काफी ख़तरनाक है। शिवानी शिकरी 10 टिप्स बता रहीं हैं जो बच्चों को सुरक्षित रखने में मददगार साबित होगा। 

इम्‍यूनिटी हमारे शरीर का एक हिस्‍सा है और अगर शरीर स्‍वस्‍थ है तो इम्‍यूनिटी भी मजबूत रहेगी और बीमारियां कम होंगी। वहीं मल्टीविटामिन भी कोरोना से लड़ने का काम नहीं करते हैं बल्कि आपकी इम्‍यूनिटी को मजबूत करते हैं जिससे वायरस से होने वाले नुकसान को कम किया जा सकता है।

हल्दी का सेवन- हल्दी में करक्‍यूमिन पाया जाता है। जो इम्युनिटी को मजबूत करने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाता है।  करक्यूमिन एक एंटी-इंफ्लेमेटरी एजेंट के रूप में काम करता है और इसमें एंटी-बैक्टीरियल और एंटी-वायरल गुण पाए जाते हैं।  COVID के संक्रमण से शरीर में इंफ्लेमेशन बहुत तेज़ी से बढ़ती है।  इसलिए शरीर में पहले से ही इंफ्लमेशन नहीं होनी चाहिए। इसलिए बच्चों को हल्दी दें। हल्दी गर्म दूध में मिलाकर दिया जा सकता है।  यह छाती की कंजेस्शन को दूर करने में भी मदद करता है। 

जिंक युक्त भोजन - जिंक प्रतिरक्षा को बढ़ाने से लेकर प्रोटीन के संश्लेषण, एंजाइमिक रिएक्शन और विकास में जिंक, हमारे लिए महत्वपूर्ण है। जिंक-मांस, बीज, नट्स, साबुत अनाज, छोले, आदि सहित प्राकृतिक रूप से पौधों और खाद्य पदार्थों में पाया जाता है।  जिंक अंदरूनी घावों को भरने में तेजी लाता है। 

पौष्टिक खाना का सेवन करें-  शिवानी बताती हैं कि माता-पिता सुनिश्चित करें कि वे प्रत्येक भोजन में स्वस्थ और पौष्टिक खाना खा रहे हैं जैसे अंडे  मछली, दाल, बीन्स, मल्टीग्रेन आटा, नट्स जैसे बादाम अखरोट , बीज जैसे अलसी , पम्पकिन सीड, सूरजमुखी के सीड्स आदि। 

विटामिन C - विटामिन C युक्त चीजों के सेवन से इम्यूनिटी बढ़ती है।  विटामिन सी, या एस्कॉर्बिक एसिड, एक पानी में घुलनशील विटामिन है जो स्वस्थ प्रतिरक्षा प्रणाली के समर्थन में अपनी भूमिका के लिए जाना जाता है क्योंकि आपका शरीर विटामिन सी नहीं बना सकता है। इसलिए हमे अपने खाने में ऐसा खाना शामिल करना होगा जिसमें विटामिन c मौजूद हो। जैसे संतरा, मौसमी, आमला, आम, अनानास, कीवी आदि और टमाटर, आलू, स्ट्रॉबेरी, हरी और लाल पीली शिमला मिर्च, ब्रोकली, ब्रसेल्स स्प्राउट्स। 

सोने का रखें ध्यान- दिनभर घर में रहने के कारण बच्चे थक नहीं रहें हैं और ऐसे में वह रात को देर से सोने लगें हैं।  बच्चों को एक अच्छी 8-10 घंटे की नियमित नींद लेना महत्वपूर्ण है, क्योंकि अच्छी नींद हमें अंदर से रोगमुक्त बनाती है और इम्युनिटी बढ़ाने में मदद भी।  अपने बच्चों के लिए एक दिनचर्या निर्धारित करें, वे उसका अनुसरण करेंगे और सही समय पर नींद का चक्र (स्लीप साइकिल) पूरा करें। 


पेट का ध्यान रखें- माता-पिता को बच्चों के वॉशरूम व्यवहार का अवलोकन करना चाहिए। हमें यह नहीं भूलना चाहिए कि COVID  के कुछ पहले संकेत डायरिया है, इसलिए बच्चों की गट हेल्थ और आंत को नजरअंदाज न करें। उनके आहार में पूर्व और प्रो-बायोटिक्स रखें।  प्रोबायोटिक्स जीवित सूक्ष्मजीव हैं और इन्हें किफिर, सोया, दही, बीट आदि किण्वित खाद्य पदार्थों में पाया जा सकता है, यह आंत में अच्छे बैक्टीरिया को बढ़ाता है।  एक महत्वपूर्ण तथ्य है कि हमारी इम्यूनिटी हमारी आंतों में निहित है। 

फल और सब्जी दें - बच्चों को फल और सब्ज़ियां जैसे  गाजर, हरी फलियां, संतरा, स्ट्रॉबेरी दें। इनमे  Phytonutrients शामिल होते हैं जो वायरस से लड़ने वाले सफेद रक्त कोशिकाओं और इंटरफेरॉन के शरीर के उत्पादन में वृद्धि करता है। फाइटोन्यूट्रीएंट्स से भरपूर आहार में कैंसर और हृदय रोग जैसी पुरानी बीमारियों से बचाता है। बच्चों को एक दिन में 4 - 5 सर्विंग फल और सब्ज़ियां खिलाने की कोशिश करें। 

स्ट्रेस कम दें - तनाव बच्चों को भी प्रभावित करता है। COVID वायरस के प्रकोप से लड़ने के लिए यह विशेष रूप से महत्वपूर्ण है क्योंकि तनाव ( स्ट्रेस) सीधे आपकी प्रतिरक्षा प्रणाली को प्रभावित करता है।  बच्चों को ध्यान, व्यायाम और नियंत्रित सांस लेने की कनीक सिखाएं और हंस-खेलकर उनका मनोरंजन करें। 

कुछ जरुरी तेल का सेवन - बच्चों में मजबूत एंटीवायरल गुणों के कई तेलों का इस्तेमाल किया जाता है। जैसे दालचीनी की छाल, लौंग, युकलिप्टुस , नींबू नींबू बाम/  ग्रास, रोजमैरी, bergamot, ग्रीन चाय का पौधा आदि एसेंशियल ऑयल्स हैं। जो फ्लू और अन्य वायरस को रोकने में मदद कर सकते हैं। इन आवश्यक तेलों के अधिकतम एंटीवायरल और प्रतिरक्षा-बढ़ाने वाले गुणों का दोहन करने के लिए, आप अपने पसंदीदा मिश्रण को अपने घर और  बच्चों के कमरे में फैला सकते हैं। 

वैक्सीन का रखें धयान - आप यह याद कर लें कि क्या आपने अपने बच्चे का सभी टीकाकरण करवा दिया है। बच्चों को खसरा और फ्लू जैसी बीमारियों से बचाएं। जिन बच्चों को एक से अधिक संक्रमण होता है, उन्हें COVID में मुश्किल समय आ सकता है।  जो लोग घर से बाहर जाते हों वैसे लोगों से बच्चों को दूर रखें। किसी कोरोना पॉजिटिव व्‍यक्‍त‍ि के संपर्क में आने पर या किसी तरह के सिंप्‍टम होने पर आप घर में आइसोलेशन में रहें।