logo

CORONA: तीसरी लहर से कैसे हो बचाव, मुख्यमंत्री ने डॉक्टर्स और एक्सपर्ट से किया विचार-विमर्श

8854news.jpg
द फ़ॉलोअप टीम, रांची:
मुख्यमंत्री हेमन्त सोरेन ने आज अपने आवासीय कार्यालय से वेबिनार के जरिए देश और राज्य के विभिन्न अस्पतालों के विशेषज्ञ डॉक्टरों के साथ संवाद किया। कोरोना संक्रमण से निपटने और मरीजों के बेहतर इलाज को लेकर उनके सुझाव और अनुभवों के बारे में जाना। डॉक्टरों ने मुख्यमंत्री के समक्ष कोरोना संक्रमण की तीसरी लहर की आशंका के मद्देनजर आने वाली मुश्किलों और चुनौतियों के संबंध में विचार-विमर्श किया।  चुनौतियों से निपटने की तैयारी कैसी होनी चाहिए इस संबंध में अपने सुझाव भी दिए।

सभी स्वास्थ्य संसाधनों को पहले ही चुस्त-दुरुस्त करना जरूरी
मुख्यमंत्री हेमन्त सोरेन ने वेबिनार को संबोधित करते हुए कहा कि कोरोना संक्रमण की तीसरी लहर की आशंका को देखते हुए आप सभी विशेषज्ञ डॉक्टरों का सुझाव लेना बहुत ही आवश्यक है। आप सभी के अनुभव, सहयोग और सुझाव से संक्रमण की पहले लहर से राज्य सरकार ने निपटने का काम किया था। परंतु अचानक संक्रमण की दूसरी लहर और खतरनाक रूप से हम सभी के बीच आ खड़ी हुई। तीसरी लहर ज्यादा आक्रमक न हो, इसके लिए जरूरी है कि पहले से ही तमाम स्वास्थ्य संसाधनों को चुस्त-दुरुस्त किया जाए। 

जिला और प्रखंड के अस्पतालों में अलग से शिशु वार्ड का निर्देश
राज्य के सभी जिला एवं प्रखंड स्तर के अस्पतालों में अलग से शिशु वार्ड तैयार करने का निर्देश राज्य सरकार ने दिया है। सभी अस्पतालों में चिल्ड्रेन केयर यूनिट बनाने की तैयारी शुरू कर दी गई है। मुख्यमंत्री ने कहा कि झारखंड प्रदेश पारंपारिक रहन-सहन एवं ट्रेडिशनल कल्चर के लिए जाना जाता है। वर्तमान में ग्रामीण क्षेत्रों के लोगों में कोरोना संक्रमण के उपचार एवं वैक्सीनेशन को लेकर तमाम भ्रातियां हैं। राज्य सरकार सामाजिक जागरूकता के साथ आगे बढ़ रही है। मुख्यमंत्री ने कहा झारखंड के अंदर 24 जिले हैं जिसमें 23 जिले अलग-अलग राज्यों के बॉर्डर क्षेत्र से जुड़े हैं। राज्य सरकार ने इंटर स्टेट मूवमेंट को रोकने का कार्य किया है। मुख्यमंत्री ने कहा कि निरंतर प्रयास से राज्य में पॉजिटिव केसों की संख्या में कमी आई है। मुख्यमंत्री ने कहा कि हमने मृत्यु के आंकड़ों को किसी भी प्रकार से छिपाने का कार्य नहीं किया है बल्कि सही-सही आंकड़े प्रेषित किए हैं ताकि हमारा राज्य सही दिशा की ओर आगे बढ़ सके। 

इन विशेषज्ञ डॉक्टर्स ने प्रजेंटेशन के माध्यम अपने सुझाव और अनुभव साझा किये
वेबिनार के जरिए Dr.Roderico WR India, Dr. Ashok Deorari, HOD Pediatrics, AIIMS, Dr.Neelam Mohan, Director of Pediatrics Medanta New Delhi, Dr.Pradeep, Epidemiology NIMHAS ने प्रेजेंटेशन के माध्यम से मुख्यमंत्री हेमन्त सोरेन के समक्ष अपने सुझाव एवं अनुभव साझा किए। शिशु रोग विशेषज्ञ रानी चिल्ड्रन हॉस्पिटल रांची के डॉक्टर राजेश ने धन्यवाद संबोधन दिया। रिम्स एवं अन्य अस्पतालों के विशेषज्ञ डॉक्टर एवं शिशु रोग विशेषज्ञ इस वेबिनार में उपस्थित थे।वेबिनार में मुख्यमंत्री आवासीय कार्यालय से राज्य के स्वास्थ्य मंत्री बन्ना गुप्ता, मुख्य सचिव  सुखदेव सिंह, विकास आयुक्त सह अपर मुख्य सचिव स्वास्थ्य विभाग अरुण कुमार सिंह, मुख्यमंत्री के प्रधान सचिव राजीव अरुण एक्का, नगर विकास सचिव विनय कुमार चौबे सहित अन्य पदाधिकारी उपस्थित थे।