द फॉलोअप टीम, पलामू:
पलामू जिला के बुढाबार गांव में बीते बुधवार को 16 वर्षीय युवती का शव संदिग्ध हालत में पेड़ से लटका मिला था। युवती सोमवार से ही लापता थी। पहले परिजनों ने अपने स्तर से उसकी तलाश की। नहीं मिलने पर मंगलवार को पांकी थाना में प्राथमिकी दर्ज करवाई गई। बुधवार को युवती का शव लाल माटी में पेड़ से लटकता मिला। परिजनों को इसकी सूचना दी गयी थी।
परिजनों ने लगाया दुष्कर्म और हत्या का आरोप
शव से काफी रक्तस्त्राव हो रहा था। युवती की एक आंख भी फोड़ दी गई थी। परिजनों ने दुष्कर्म के बाद हत्या की आशंका जताई। पांकी पुलिस ने अपनी प्रारंभिक जांच में पाया कि किसी प्रदीप कुमार नाम के लड़के ने युवती की मौत से पहले उसके मोबाइल से कहीं 53 मिनट तक बात किया था। इस खुलासे के बाद पुलिस ने गांव के 2 लड़कों को गिरफ्तार कर जेल भेज दिया। आरोप है कि युवकों की गिरफ्तारी के बाद गांव के कुछ लोगों ने पीड़िता के पिता पर केस वापस लेने का दवाब बनाया। युवती के परिजनों के साथ मारपीट भी की गई। यहां तक कि झूठा आरोप भी लगाया।
पुलिस ने रिपोर्ट में बताया प्रेस प्रसंग से जुड़ा मामला
पुलिस ने अपनी जांच में पाया कि मामला प्रेस प्रसंग का था। युवती आरोपी युवक पर शादी का दवाब बना रही थी। इससे क्षुब्ध युवकों ने मिलकर युवती को मार डाला। इस बीच गांव के कुछ लोगों ने युवती के परिजनों पर ही हत्या का आरोप लगाया। कहा कि उन्होंने युवती की आवाज सुनी थी। युवती को उसके पिता पीट रहे थे और वो उसे छोड़ देने का गुहार लगा रही थी। परिजनों ने इस बात से साफ इंकार किया। पिता ने सवाल खड़ा किया कि यदि ऐसा था तो कोई बीच-बचाव को क्यों नहीं आया।
भाकपा माले के जिला सचिव परिजनों से जाकर मिले
इस बीच गुरुवार को भाकपा माले और आइसा के नेताओं ने बुढाबार गांव जाकर मृत युवती के परिजनों से मुलाकात की। भाकपा माले के जिला सचिव आरएन सिंह ने कहा कि दोषियो को बचाने के लिए परिजनों पर ऑनर किलिंग का मनगढ़ंत आरोप लगाया जा रहा है। उन्होंने कहा कि देश में महिलाओं के खिलाफ हिंसा में वृद्धि हुई है। महिलाओं का बलात्कार हो रहा है। उनको प्रताड़ित किया जा रहा है। हत्याएं की जा रही हैं। दुर्भाग्यपूर्ण है कि पलामू के पांकी में भी ऐसी घटना घट गई।
भाकपा माले जिला सचिव ने घटना की निंदा की
उन्होंने कहा कि युवती की हत्या काफी निंदनीय घटना है। परिजनों को डराया-धमकाया जा रहा है। बीजेपी ने नारा दिया था कि बेटी बचाओ बेटी पढ़ाओ। ये नारा भी जुमला साबित हुआ क्योंकि धरातल पर महिलाओं के लिए कोई कार्य नहीं किया गया। क्या देश को महिला मुक्त बनाने का इरादा है। झारखंड में भी लगातार महिलाओं और छात्राओं के खिलाफ हिंसा की घटनाओं में वृद्धि देखी जा रही है। पलामू में बीते 1 साल में कई छात्राओं के साथ दुष्कर्म और हत्या की वारदात को अंजाम दिया गया।
पुलिस प्रशासन के सामने रखी गई ये मुख्य मांगें
भाकपा माले के जिला सचिव ने इस मौके पर सरकार के सामने कई मांगे भी रखीं। उन्होंने कहा कि युवती की हत्या और कथित दुष्कर्म के मामले की सुनवाई फास्ट ट्रैक कोर्ट में होनी चाहिए। निर्भया फंड से परिजनों को मुआवजा दिया जाये। दोषियों को कड़ी से कड़ी सजा दी जाये। उन्होंने कहा कि पुलिस को ये सुनिश्चित करना चाहिए कि पीड़िता के परिजनों को डराया-धमकाया ना जाये।