द फॉलोअप टीम, रांची:
छोटानागपुर के इतिहास में यह दूसरी बार है, जब कोरोना संक्रमण के कारण रथयात्रा निकालने की अनुमति नहीं दी गई है। सोमवार को जगन्नाथुपर मंदिर में पूरे विधि-विधान से पूजा-अर्चना हुई। मुख्यमंत्री के दिए गए आदेश का पालन और भीड़ को रोकने के लिए थानेदार और मजिस्ट्रेट के साथ 50 जवान ड्यूटी पर लगाए गए थे। इसके बावजूद सोमवार को मंदिर के आसपास लोगों की भीड़ लगी रही। मंदिर के पास मैदान में खाने-पीने के स्टॉल और दुकानें भी सजीं थीं। बताया जा रहा है कि कोरोना के तीसरी लहर में संक्रमण से बच्चों को ज्यादा खतरा है, वहीं रांची के जगन्नाथुपर मंदिर में लगी इस भीड़ में बच्चों की संख्या भी अधिक थी। डीसी छवि रंजन ने भीड़ नहीं लगाने का आदेश तो जारी कर दिया, लेकिन इसका पालन हो रहा है या नहीं, इस पर ध्यान ही नहीं दिया गया। निरीक्षण के लिए ट्रैफिक एसपी व हटिया एएसपी भी पहुंचे थे।
ये 3 बड़े जिम्मेवार
थानेदार और 50 जवान भीड़ रोकने में रहे असमर्थ
मजिस्ट्रेट ने कुछ क्यों नहीं किया
भीड़ बढ़ती रही पर, एसडीओ ने मॉनिटरिंग नहीं की
सहस्रनाम और अष्टकम पाठ
सुबह 6 बजे पंडित रामेश्वर पाढ़ी के नेतृत्व में पुरोहितों ने मंत्रोच्चार कर भगवान जगन्नाथ, उनके भाई बलभद्र और बहन सुभद्रा के विग्रहों की पूजा की। इसके बाद आरती उतारी। भगवान को खिचड़ी का भोग लगाया गया। इस अवसर पर मंदिर के प्रथम सेवक सह न्यास के उपाध्यक्ष ठाकुर नवीननाथ शाहदेव भी मौजूद थे। पुजारी रामेश्वर नाथ पाढ़ी, सरयू नाथ मिश्रा, संतोष महंती और श्रीराम महंती ने श्री विष्णु सहस्रनाम और अष्टकम पाठ का जाप किया।