द फॉलोअप टीम, रांची:
रांची के रातू रोड निवासी सीसीएल कर्मी ओमप्रकाश वर्मा ने 3 मार्च को साइबर क्राइम थाना में एक ठगी का मामला दर्ज किया था। ओम प्रकाश वर्मा ने करीब 65 लाख रुपये ठगी का मामला दर्ज करवाया था। मामले में अनुसंधान करते हुए हुए साइबर क्राइम थाना की पुलिस ने एक आरोपी को उत्तर प्रदेश से गिरफ्तार किया है।
कैसे करता था ठगी
ओम प्रकाश वर्मा ने पुलिस को जानकारी देते हुए बताया था कि HDFC के पॉलिसी को फिर से चालू करने के नाम पर दो बार में करीब 65 लाख रुपये की ठगी की गई थी। पीड़ित सीसीएलकर्मी को ठगी का अहसास तब हुआ जब उन्होंने आईसीआईसीआई बैंक में फोन कर पॉलिसी के पैसे को लेकर जानकारी ली। पूछने पर बैंक वालों ने बताया कि इस तरह का कोई फोन पीड़ित के पास नहीं किया गया है तब पीड़ित सीसीएलकर्मी ने साइबर थाने में शिकायत दर्ज कराई। सीआईडी के डीआईजी के सुनील भास्कर ने जानकारी देते हुए बताया कि मामले में कार्रवाई करते हुए लखनऊ के सरोजनी नगर से रवि सिंह कुशवाहा को गिरफ्तार किया है। डीआईजी ने बताया कि रवि सिंह कमीशन के आधार पर यह ठगी का काम करता था। रवि ने यह पहली ठगी की घटना को अंजाम दिया था। कमीशन के चक्कर में रवि ने 2 खातों में 65 लाख रुपया का ट्रांसफर किया। इसके एवज रवि को 10 परसेंट की राशि देने का आश्वासन मिला था। 65 लाख रुपये का ट्रांसफर करने के बाद रवि को 2.5 लाख रुपए मिला।
बीएससी आईटी की पढ़ाई कर डिजिटल मार्केटिंग का देता था क्लास
डीआईजी सुनील भास्कर ने जानकारी देते हुए बताया कि गिरफ्तार आरोपी रवि सिंह कुशवाहा बीएससी आईटी की पढ़ाई कर चूका है। पढ़ाई करने के बाद अभी वह छात्रों को डिजिटल मार्केटिंग की पढ़ाई पढ़ाता था। पुलिस ने रवि के पास से लैपटॉप और मोबाइल बरामद किया है। जब रवि को गिरफ्तार किया गया उस वक्त वह घर में ही मौजूद था।