द फॉलोअप टीम, रांची:
राज्य सरकार सिटी बस चलाने की तैयारी कर रही है। रांची स्मार्ट सिटी कॉर्पोरेशन ने पहले फेज में 200 सिटी बसें चलाने के लिए प्रस्ताव तैयार कर लिया है। अगले महीने इसका डिटेल प्रोजेक्ट रिपोर्ट फाइनल होगा। कैबिनेट से मंजूरी मिलने के बाद पब्लिक प्राइवेट पार्टनरशिप मोड पर सिटी बसें चलाने के लिए टेंडर निकलेगा। अगर सिटी बस का सफलतापूर्वक संचालन हो गया तो राज्य सरकार नियो मेट्रो जैसी बड़ी परियोजना पर भी कदम उठा सकती है।
इन रूटों में चलेंगी बसें
रूट 1- रातू और नगड़ी से रातू रोड चौक।
रूट 2- रिनपास, कांके रोड से रातू रोड चौक।
रूट 3- रातू रोड से बरियातू रोड होते हुए बूटी मोड़।
रूट 4- रातू रोड से हरमू बायपास होते हुए बिरसा चौक।
रूट 5- धुर्वा से कांटाटोली, एमजी रोड होते हुए रातू रोड।
पहले फेज में 180 किमी के रेडियस में परिचालन
पहले फेज में पांच रूट पर 180 किमी रेडियस में सिटी बस चलाने की योजना बनाई गई है। स्मार्ट सिटी कॉर्पोरेशन के सीईओ के निर्देश पर भारत सरकार की सहयोगी संस्था आईटीडीपी ने शहर में सिटी बस चलाने की रूपरेखा तय कर ली है। बसों के रूट और समय तय हुए हैं। हर छह से सात मिनट के अंदर हर तय रूट में यात्रियों को बस मिल सकेगा। इससे एक सहूलियत यात्रियों को यह होगा कि यात्रियों को 10 मिनट तक रुकना नहीं पड़ेगा।
पहले 200 बसों के परिचालन का प्रस्ताव दिया
पहले फेज में एसी और नॉन एसी दोनों तरह की बसें चलाने की बात कही गई है। यह ऑपरेटर के आधार पर तय होगा। अधिकतर लोग बस का ही इस्तेमाल करते है यात्रा करने में इसलिए फिलहाल रांची में 200 सिटी बस चलाया जा सकता है। अगले महीने डीपीआर तय होगा उसके बाद ऑपरेटर चुना जायेगा। रांची में पब्लिक ट्रांसपोर्ट में बसों का ही ज्यादातर इस्तेमाल होता है।
मेट्रो परिचालन पर भी हो सकता है विचार
राज्य सरकार नियों मेट्रो पर भी काम कर सकती है सिटी बस संचालन के बाद। केंद्रीय शहरी विकास मंत्रालय ने झारखंड सरकार से रांची में नियो मेट्रो चलाने के लिए प्रपोजल तैयार करके मांगा है। फ़रवरी में ही केंद्रीय शहरी विकास मंत्रालय के सचिव दुर्गा शंकर मिश्रा ने झारखंड में चल रही योजनाओं की समीक्षा की थी और अधिकारियों को छह माह के अंदर नियो मेट्रो को बेहतरीन विकल्प बताते हुए योजना बनाने का निर्देश दिया था।