द फॉलोअप टीम, रांची:
झारखंड में 1 मार्च से नेतरहाट आवासीय विद्यालय, इंदिरा गांधी आवासीय विद्यालय, कस्तूरबा गांधी विद्यालय सहित कल्याण विभाग के आवासीय विद्यालय सहित तकरीबन 14 हजार 114 स्कूल खोल दिये जाएंगे। इन स्कूलों में 8वीं, 9वीं और 11वीं कक्षा की पढ़ाई शुरू होगी। सभी स्कूलों को साफ-सफाई का निर्देश दिया गया है। स्कूल भवन, कक्षाओं, परिसर और खेल के मैदान की सफाई होगी।
क्लास शुरू करने से पहले सफाई जरूरी
शिक्षा विभाग ने अपने निर्देश में कहा है कि सफाई से पहले और सफाई के बाद स्कूल भवन, स्कूल परिसर और खेल के मैदान का फोटो खींचना जरूरी होगा। स्कूल भवन सहित पूरे परिसर की सफाई एक प्रतिशत सोडियम हाइपोक्लोराइड से करना होगा। सेनेटाइजर से स्कूल भवन, गेट, बेंच डेस्क, सीढ़ी, शौचालय और रसोई की सफाई करनी होगी। खेल के मौदान को भी सेनिटाइज किया जाना जरूरी है। जिन स्कूलों को कोरेंटिन सेंटर बनाया गया था, उनके सफाई की जिम्मेदारी जिला प्रशासन और जिला आपदा प्रबंधन समिति की होगी। सफाई का पैसा सरकार देगी।
स्कूलों में साफ-सफाई में जो भी खर्च आयेगा वो राज्य सरकार वहन करेगी लेकिन पहले विद्यालय विकास अनुदान मत से पैसा खर्च करना होगा। काम पूरा होने के बाद बिल या वाउचर जमा करना होगा। बिल या बाउचर में सफाईकर्मी का साईन जरूरी होगा। विभाग में बिल जमा करने के बाद सरकार इसका वहन करेगी।
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क्लासरूम में बच्चों के बीच 6 फीट की दूरी
क्लासरूम में बच्चों के बीच छह फीट की दूरी रहे इसके लिए बेंच और डेस्क उसी क्रम में लगाये जायेंगे। विद्यालय के प्रवेश द्वार में सोशल डिस्टेंसिंग के लिए सर्कल बनाया जायेगा। बच्चों को कोविड प्रोटोकॉल के लिए जागरूक किया जायेगा। स्कूल में शौचालय, भोजनालय जैसी जगहों पर हाथ धोने के लिए साबुन या हैंडवॉश रखना जरूरी होगा। स्कूल में बायोमैट्रिक अटेंडेंस नहीं लगेगा। जो भी विद्यार्थी स्कूल आएंगे उन्हें अपने अभिभावक से इसके लिए नो ऑब्जेक्शन सर्टिफिकेट लाना होगा।
स्कूल में कोरोना वायरस से जागरूकता संबंधित वीडियो छात्रों को दिखाया जायेगा। स्कूल के नोटिस बोर्ड में भी लिखित में जानकारी दी जायगी। बता दें कि राज्य में 10वीं और 12वीं की पढ़ाई पहले ही शुरू हो चुकी है।