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धोनी से मिलने लखनउ से भाग कर रांची पहुंचा 14 साल का बच्चा, दिल्ली जाने के क्रम में सीआरपीएफ ने पकड़ा

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द फॉलोअप टीम, रांची 
भारत में क्रिकेट खिलाड़ियों को सेलिब्रिटी की तरह देखा जाता है। उनकी एक झलक पाने के लिए लोग अपनी हदें पार कर जाते हैं। ऐसा ही एक वाकया बुधवार को देखने को मिला। भारतीय क्रिकेट टीम के पूर्व कप्तान महेंद्र सिंह धोनी से मिलने के लिए 14 साल का नाबालिक बच्चा लखनऊ से भागकर रांची आ गया। उसने लगभग 750 किलोमीटर की दूरी अकेले तय की और रांची पहुंच गया।
लेकिन जब वह रांची पहुंचा तो पता चला कि धोनी रांची में नहीं, दिल्ली में हैं, तो उसने दिल्ली जाने का मन बना लिया। दिल्ली जाने के लिए वह बालक पुरुषोत्तम एक्सप्रेस ट्रेन में सवार हुआ, जहां सीआरपीएफ को उस पर शक हुआ और पूछताछ के बाद पूरी बात पता चली। बच्चे के परिजन उसे वापस अपने घर ले गए।

500 रुपये लेकर 5 दिसंबर को घर से निकला था सौरव
14 साल के बच्चे का नाम सौरव कुमार है। जानकारी मिली कि वह 500 रुपये लेकर 5 दिसंबर को अपने घर से निकला था। वह ट्रेन पर सवार होकर छपरा आया और इसके बाद 6 दिसंबर को जमशेदपुर ट्रेन से ही पहुंचा। पैसे बचाने के लिए रांची से जमशेदपुर के बीच की काफी दूरी उसने लिफ्ट लेकर तय की। बाद में उसने बस लिया और रांची पहुंच गया। रांची पहुंचकर उसने फिर दिल्ली के लिए ट्रेन ली। कोडरमा स्टेशन पर ट्रेन में उसे सीआरपीएफ के जवानों ने पकड़ लिया। 

घर वालों ने सौरव के लापता होने की रिपोर्ट दर्ज करवाई थी
इधर लखनऊ स्थित रसूलपुर थाने में बच्चे के पिता ने उसके लापता होने की रिपोर्ट दर्ज करवाई थी। परिवार वालों ने जानकारी दी बच्चे ने घर छोड़ने से पहले किसी को कुछ नहीं बताया था। घर वालों को बिल्कुल अंदाजा नहीं था कि वह भागकर धोनी से मिलने रांची पहुंच गया होगा। स्थानीय पुलिस उसकी तलाश कर रही थी, लेकिन तबतक को कोडरमा से सूचना मिली कि सौरव सीआरपीएफ के पास है। 

सौरव को अकेले देख सीआरपीएफ का हुआ था शक 
बच्चा पुरुषोत्तम एक्सप्रेस के पैंट्री कार्ट में था, भूखा था और परेशान था। वह टिकट के पैसे नहीं होने के कारण पैंट्री कार में सफर कर रहा था। तभी सीआरपीएफ के जवानों को उस पर शक हुआ। पूछताछ में बच्चे ने धोनी से मिलने की बाच बताई, लेकिन अपने पिता का फोन नंबर नहीं बताया। फिर सीआरपीएफ ने उसके गांव के मुखिया के माध्यम से परिजनों से संपर्क किया। बाद में बच्चे के फूफा आ कर सौरभ को अपने साथ घर ले गए।