द फॉलोअप डेस्क
रांची के रहने वाले बाबू सिंह उर्फ शादाब खान पर ओडिशा पुलिस ने दो लाख रुपये का इनाम घोषित किया है। वह ओडिशा में हुए एक बड़े अपहरण कांड के मुख्य आरोपी है। बाबू सिंह फिलहाल अपने परिवार के साथ फरार है, और उसकी गिरफ्तारी के लिए ओडिशा पुलिस ने रांची पुलिस से मदद मांगी है।
कुछ दिन पहले ओडिशा के बड़बिल थाना क्षेत्र में ग्रेवाल मिनरल्स एंड मेटल कंपनी के वाइस प्रेसिडेंट निमानंद प्रधान का अपहरण कर लिया गया था। इस घटना में रांची के आधा दर्जन अपराधी शामिल थे। पुलिस ने कार्रवाई करते हुए 4 आरोपियों को गिरफ्तार किया और झारखंड के चाईबासा से 55 लाख रुपये फिरौती की बरामदगी भी की। लेकिन इस कांड का मास्टरमाइंड बाबू सिंह अब तक फरार है।
पोस्टर जारी, सूचना देने वाले का नाम रहेगा गुप्त
ओडिशा पुलिस ने रांची पुलिस के सहयोग से कांके इलाके में बाबू सिंह की गिरफ्तारी के लिए पोस्टर जारी किए हैं। पोस्टरों में इनाम की घोषणा के साथ यह भी लिखा गया है कि बाबू सिंह की सूचना देने वाले का नाम गुप्त रखा जाएगा। रांची पुलिस भी लगातार छापेमारी कर रही है, लेकिन वह अपनी पत्नी और बच्चों के साथ फरार हो चुका है।
जानकारी हो कि 13 फरवरी को निमानंद प्रधान की पत्नी ने उनके अपहरण की शिकायत दर्ज करवाई थी। जांच में पता चला कि इस अपहरण की साजिश उनके ही ड्राइवर मोहम्मद फिरोज ने रांची के बाबू सिंह उर्फ शादाब के साथ मिलकर रची थी। अपराधियों ने पहले 2 करोड़ की फिरौती मांगी, लेकिन बाद में सौदा 60 लाख में तय हुआ। फिरौती मिलने के बाद निमानंद को छोड़ दिया गया।
इसके बाद ओडिशा पुलिस हरकत में आई और 25 ठिकानों पर छापेमारी कर 55 लाख रुपये बरामद किए। इस मामले में छह अपराधी गिरफ्तार किए गए, जिनमें मोहम्मद फिरोज (ओडिशा), सरफराज अंसारी (रांची), भुजेंद्रनाथ सिन्हा (रांची), राजेंद्र पासवान (रांची), फरहा परवीन (चाईबासा) और जमील अख्तर (रांची) शामिल हैं। पूछताछ में सभी ने कबूल किया कि गिरोह का सरगना बाबू सिंह है। अब ओडिशा और झारखंड पुलिस मिलकर बाबू सिंह की तलाश में जुटी हुई हैं।