द फॉलोअप डेस्क
बिहार के सीतामढ़ी जिले में सरकारी योजनाओं में गड़बड़ी के आरोपों को लेकर हड़कंप मच गया है। इसे लेकर जिला अधिकारी (DM) रिची पांडेय और DDC मनन राम ने सख्त एक्शन लिया है। इन्होंने परिहार प्रखंड में विभिन्न योजनाओं में घपले और सरकारी राशि के गबन के मामलों में 8 सरकारी कर्मचारियों के खिलाफ प्राथमिकी दर्ज करवाई है।
इन पर हुई कार्रवाई
इस कार्रवाई के बाद आरोपियों के नामों की सूची भी सामने आई है, जिनमें परिहार प्रखंड प्रमुख अर्चना कुमारी, BPRO ज्ञानेंद्र कुमार झा, बथुआरा के पंचायत सचिव मनोज कुमार, बेतहा के पंचायत सचिव वेद प्रकाश राय, सूतिहारा के पंचायत सचिव हंसलाल कुमार के साथ ही भेड़रहिया पंचायत के तत्कालीन तकनीकी सहायक कुणाल किशोर, बथुआरा के तत्कालीन तकनीकी सहायक मंटू कुमार और बेतहा के तत्कालीन तकनीकी सहायक जौहर अली शामिल हैं।कैसे हुआ मामले का खुलासा
मिली जानकारी के अनुसार, यह कार्रवाई उप प्रमुख रफी हैदर उर्फ छोटे बाबू की शिकायत के बाद हुई। उन्होंने डीएम से शिकायत की थी कि पंचायत समिति की योजनाओं में गड़बड़ी हुई है। इसके साथ ही बताया था कि सरकारी राशि का गबन किया गया है। उनका कहना था कि पंचायत समिति की बैठक तक नहीं हुई और योजनाओं के चयन और वितरण में मनमाने तरीके से बदलाव किए गए।
जांच में सही निकले आरोप
वहीं, जांच के दौरान उप प्रमुख के आरोप सही पाए गए। इससे पता चला कि योजनाओं में सरकारी राशि का गबन किया गया था। इसके अलावा कई मामलों में एक ही काम के लिए दो योजनाओं से भुगतान किया गया था। खासकर मनरेगा के तहत एक नाला उड़ाही कार्य पहले ही किया जा चुका था, फिर भी उसमें गबन हुआ। इसके साथ ही कार्यों के फर्जी दस्तावेज़ और योजनाओं में हेराफेरी की कई अन्य पुष्टि भी हुई है।