द फॉलोअप डेस्क
जयश्री गायत्री फूड प्रोडक्ट्स की डायरेक्टर पायल मोदी ने हाल ही में जान देने की कोशिश की है। यह घटना ED द्वारा 2 दिन पहले पायल मोदी की कंपनी पर छापेमारी के बाद सामने आयी है। बताया जा रहा है कि पायल मोदी ने कथित तौर पर जहर पी लिया था। इससे पहले पायल ने 4 पन्नों का एक सुसाइड नोट भी लिखा था। इस नोट में उन्होंने केंद्रीय मंत्री चिराग पासवान और उनके कुछ करीबी लोगों का नाम लिखा है। पायल ने आरोप लगाया कि चिराग पासवान के कथित करीबी, जो पहले उनकी कंपनी में डायरेक्टर रहे थे। अब उनके खिलाफ काम कर रहे हैं और उन्हें मानसिक व शारीरिक रूप से परेशान कर रहे हैं।जानकारी हो कि ED की छापेमारी में पायल मोदी की कंपनी के विभिन्न परिसरों से कई आपत्तिजनक दस्तावेज और महत्वपूर्ण संपत्तियां जब्त की गई थीं। इनमें 25 लाख रुपए नगद, लग्जरी कारें और करोड़ों की अचल संपत्तियां शामिल हैं। इसके बाद पायल मोदी ने अपनी जान देने की कोशिश की। साथ ही अपने सुसाइड नोट में उन लोगों का नाम लिखा- जिन्होंने उनके परिवार को परेशान किया और उन्हें आत्महत्या करने के लिए मजबूर किया।
चंद्रप्रकाश पांडे का लिया नाम
पायल मोदी ने अपने सुसाइड नोट में यह भी बताया है कि उनके खिलाफ कई बार FIR दर्ज की गई। लेकिन कोई कार्रवाई नहीं हुई। उनका आरोप था कि इन लोगों ने चंद्रप्रकाश पांडे के नेतृत्व में उनकी कंपनी में चोरी की। इसके बाद CGST, EOW, ED और FSSI द्वारा छापेमारी करवाई। पायल मोदी ने कहा कि उन्होंने कई बार अपनी शिकायतें उच्च अधिकारियों तक पहुंचाई, लेकिन कोई भी सुनवाई नहीं हुई।चिराग की पार्टी ने दी सफाई
वहीं, इस मामले को लेकर चिराग पासवान की पार्टी ने आरोपों पर सफाई दी है। पार्टी के प्रवक्ता प्रो विनीत सिंह ने कहा कि सुसाइड का विचार एक गलत तरीका है। अगर पायल मोदी को किसी प्रकार की शिकायत थी, तो उन्हें पुलिस में दर्ज करानी चाहिए थी। उनका यह भी कहना है कि पार्टी पायल मोदी को न्याय दिलाने में उनके साथ खड़ी है।