दिल्ली:
नेशनल हेराल्ड केस में कांग्रेस की अंतरिम अध्यक्ष सोनिया गांधी से हो रही पूछताछ खत्म हो गई। दिल्ली स्थित ईडी हेडक्वार्टर में बुधवार को 3 घंटे तक पूछताछ की गई। गौरतलब है कि 21 जुलाई से से लेकर 27 जुलाई तक 3 दिन तक सोनिया गांधी से 11 घंटे तक पूछताछ की गई। गौरतलब है कि सोनिया गांधी पहली बार 21 जुलाई को ईडी के समक्ष पेश हुईं। उनको 26 जुलाई को पेश होने के लिए कहा गया और फिर 27 जुलाई को भी उनसे पूछताछ की गई। उन्हें कोई नया समन नहीं किया गया है।
यंग इंडिया प्रालि. वित्तीय अनियमितता से जुड़ा मामला
प्रवर्तन निदेशालय 75 वर्षीय सोनिया गांधी से नेशनल हेराल्ड के स्वामित्व वाली यंग इंडियन प्राइवेट लिमिटेड कंपनी में कथित वित्तीय अनियमितताओं के आरोपों में पूछताछ कर रही है। अधिकारियों ने इस दौरान कहा कि कोविड अनुकूल प्रोटोकॉल का पालन करते हुए पूछताछ की जा रही है। पूरी प्रक्रिया को ऑडियो-वीडियो माध्यम से रिकॉर्ड भी किया जा रहा है। इधर, कांग्रेस ने ईडी द्वारा की जा रही कार्रवाई की निंदा की। कांग्रेस ने इसे राजनीतिक प्रतिशोध करार दिया है।
राहुल गांधी से भी जून महीने में हुई थी पूछताछ
गौरतलब है कि इससे पहले ईडी ने राहुल गांधी से भी जून महीने में पांच दिनों तक पूछताछ की थी। उनसे 50 घंटे तक पूछताछ की गई थी। ईडी दरअसल, साल 2013 में बीजेपी नेता सुब्रमण्यम स्वामी द्वारा निचली अदालत में दर्ज याचिका के आधार पर इस मामले की जांच कर रही है। ये नेशनल हेराल्ड अखबार के स्वामित्व वाली कंपनी यंग इंडिया से संबंधित वित्तीय अनियमितता से जुड़ा मामला है। यंग इंडिया में राहुल गांधी और सोनिया गांधी की 38-38 फीसदी हिस्सेदारी रही है।
कांग्रेस ने इसे राजनीतिक प्रतिशोध करार दिया
एक तरफ सोनिया गांधी और राहुल गांधी से ईडी पूछताछ कर रही थी तो वहीं दूसरी तरफ कांग्रेस पार्टी ने इस कार्रवाई के खिलाफ देशव्यापी प्रदर्शन किया। राजधानी दिल्ली सहित देश के अलग-अलग राज्यों में ईडी कार्यालय के समक्ष कांग्रेस के नेताओं और कार्यकर्ताओं ने सत्याग्रह किया।
कांग्रेस पार्टी का कहना है कि राजनीतिक प्रतिशोध के इरादे से भारतीय जनता पार्टी ईडी जैसी केंद्रीय एजेंसी का दुरुपयोग कर रही है। आम जनता का ध्यान महंगाई और बेरोजगारी जैसी समस्याओं से हटाना चाहती है।