द फॉलोअप डेस्कः
पहलगाम आतंकी हमले को लेकर सोशल मीडिया पर की गई पोस्टों के चलते असम पुलिस ने कड़ी कार्रवाई करते हुए कुल आठ लोगों को हिरासत में लिया है, जिनमें एक विधायक और एक पत्रकार भी शामिल हैं। मुख्यमंत्री हिमंत बिस्वा सरमा ने खुद इसकी पुष्टि करते हुए कहा कि राज्य में ऐसे किसी भी व्यक्ति को बर्दाश्त नहीं किया जाएगा जो प्रत्यक्ष या अप्रत्यक्ष रूप से पाकिस्तान का समर्थन करता हो या उसकी पैरवी करता हो।
Assam will not tolerate any individual who, directly or indirectly, supports or defends Pakistan in connection with the heinous attack in Pahalgam.
— Himanta Biswa Sarma (@himantabiswa) April 25, 2025
So far, the following individuals have been arrested by @assampolice for directly or indirectly promoting the cause of Pakistan in…
गिरफ्तार किए गए लोगों में AIUDF विधायक अमीनुल इस्लाम का नाम सबसे प्रमुख है, जिन्हें 24 अप्रैल को गिरफ्तार किया गया था। उन्होंने एक विवादित बयान में 2019 के पुलवामा और हालिया पहलगाम हमलों को "सरकार की साजिश" बताया था, जो सोशल मीडिया पर तेजी से वायरल हो गया। पुलिस ने उनके खिलाफ भ्रामक और भड़काऊ बयान देने का मामला दर्ज किया है।
इसके अलावा पत्रकार मोहम्मद जाबिर हुसैन, कंप्यूटर साइंस के छात्र ए.के. बहाउद्दीन, वकील मोहम्मद जावेद मजूमदार, छात्र नेता अनिल बनिया सहित अन्य लोगों को भी विभिन्न जिलों से गिरफ्तार किया गया है। मुख्यमंत्री ने X (पूर्व ट्विटर) पर जानकारी देते हुए बताया कि असम किसी भी प्रकार की राष्ट्रविरोधी गतिविधि को सहन नहीं करेगा।
इस कार्रवाई के बाद AIUDF प्रमुख बदरुद्दीन अजमल ने विधायक अमीनुल इस्लाम की टिप्पणी से खुद को और पार्टी को अलग कर लिया। उन्होंने कहा कि "आतंकवाद का कोई धर्म नहीं होता और जो लोग ऐसी घटनाओं का समर्थन करते हैं, वे इस्लाम को बदनाम कर रहे हैं।" इस पूरे मामले में अब तक असम, मेघालय और त्रिपुरा से कुल 11 लोगों को गिरफ्तार किया जा चुका है। पुलिस का कहना है कि जांच जारी है और आगे और गिरफ्तारियां हो सकती हैं।