रांची
प्रदेश राजद महासचिव सह मीडिया प्रभारी कैलाश यादव ने कहा कि जम्मू-कश्मीर के पहलगाम में आतंकवादियों द्वारा किए गए कायराना हमले में 28 निर्दोष पर्यटकों की निर्मम हत्या पूरे देश को झकझोर गई है। इस घटना की निंदा देश ही नहीं, दुनिया भर में हो रही है। यादव ने कहा कि भारत सरकार आतंकवाद के खिलाफ कूटनीतिक और राजनीतिक स्तर पर पाकिस्तान से बातचीत कर रही है। बीते वर्षों में जम्मू-कश्मीर के हालातों में कुछ सुधार हुआ था, लेकिन 22 अप्रैल को हुए इस हमले ने फिर से सुरक्षा व्यवस्था पर गंभीर सवाल खड़े कर दिए हैं। लेकिन बीजेपी के मंत्री देशभक्ति का प्रमाण मांगते फिर रहे हैं। उन्होंने कहा, "यह हमला सिर्फ सैलानियों पर नहीं, बल्कि भारत की आत्मा पर चोट है। पूरे देश के लोग आक्रोश में हैं और विपक्षी दल भी सरकार के साथ एकजुटता दिखा रहे हैं।"
इस बीच, यादव ने सत्ताधारी दल के कुछ नेताओं के बयानों पर तीखी प्रतिक्रिया जताई। उन्होंने कहा, "ऐसे संवेदनशील समय में केंद्रीय मंत्री पियूष गोयल यह कहकर कि जब तक देश के 140 करोड़ लोग देशभक्त नहीं बनते, ऐसी घटनाएं होती रहेंगी — देशवासियों की भावना को आहत कर रहे हैं।"
यादव ने आरोप लगाया कि भाजपा के कई प्रदेश इकाइयों के ट्विटर हैंडल भी लगातार हिन्दू-मुस्लिम भेदभाव को हवा दे रहे हैं, जिससे सामाजिक सौहार्द बिगड़ रहा है। उन्होंने झारखंड के भाजपा नेता बाबूलाल मरांडी पर भी आरोप लगाया कि वह भी इसी एजेंडे के तहत समाज को बांटने की कोशिश कर रहे हैं। कैलाश यादव ने कहा, "बीजेपी के कुछ नेता इस दर्दनाक घटना को राजनीतिक अवसर में बदलने की कोशिश कर रहे हैं। उन्हें याद रखना चाहिए कि भारत एक धर्मनिरपेक्ष देश है, जहां हिन्दू, मुस्लिम, सिख, ईसाई, जैन, पारसी और बौद्ध — सभी धर्मों के लोग साथ रहते हैं। ऐसी घिनौनी राजनीति देश की एकता को चोट पहुंचाती है।"