रांची
झारखंड और महाराष्ट्र में विधानसभा चुनाव के बारे में पूछे जाने पर मुख्य चुनाव आयुक्त राजीव कुमार ने कहा, "पिछली बार महाराष्ट्र और हरियाणा विधानसभा चुनाव एक साथ हुए थे। उस समय जम्मू-कश्मीर कोई फैक्टर नहीं था, लेकिन इस बार इस साल 4 चुनाव हैं और इसके तुरंत बाद 5वां चुनाव है, जिसमें जम्मू-कश्मीर, हरियाणा, महाराष्ट्र, झारखंड और दिल्ली शामिल हैं। सुरक्षा बलों की आवश्यकता के आधार पर हमने 2 चुनाव एक साथ कराने का फैसला किया है। दूसरा फैक्टर यह है कि महाराष्ट्र में भारी बारिश हुई और कई त्यौहार भी आने वाले हैं।"
बता दें कि भारत चुनाव आयोग ने आज हरियाणा और जम्मू-कश्मीर में विधानसभा चुनाव की घोषणा कर दी है। आयोग ने कहा है कि हरियाणा में 1 अक्टूबर को वोटिंग और 4 अक्टूबर को मतगणना होगी। बता दें कि हरियाणा में कुल 2.01 करोड़ मतदाता हैं। इस चुनाव में 20,629 मतदान केन्द्र बनाये गये हैं। इसके साथ ही आयोग ने कहा है कि जम्मू-कश्मीर में 3 फेज में वोटिंग होगी। प्रथम चरण 18 सितंबर को, दूसरा चरण 25 सितंबर को, तीसरा चरण 1 अक्टूबर को और वोटों की गिनती हरियाणा के साथ ही यानी 4 अक्टूबर को होगी।
इधर, कांग्रेस नेता गुलाम अहमद मीर ने जम्मू-कश्मीर विधानसभा चुनाव की तारीखों की घोषणा पर कहा, "मैं इसका स्वागत करता हूं। देर आए दुरुस्त आए। इसका बहुत इंतजार था। आज 3 चरणों के चुनाव की घोषणा, मुझे लगता है कि लोकतंत्र के तौर पर जम्मू-कश्मीर के लोगों के लिए यह बहुत खुशी का दिन है। लोगों को अब एक अच्छी पार्टी, अच्छे लोगों को चुनने का मौका मिलेगा, जो सदन में राज्य की बहाली के लिए अपनी लड़ाई जारी रखेंगे।"