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झारखंड के इस गांव में नहीं है पक्की सड़क, नाराज ग्रामीण बोले- रोड नहीं तो वोट नहीं

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अमन मिश्रा, सिमडेगा

झारखंड के सिमडेगा जिला अंतर्गत बोलबा प्रखंड मुख्यालय से अलिगुंड-कुंदुरमुंडा ओडिशा बॉर्डर तक पक्की सड़क नहीं है। इसकी वजह से बोलबा प्रखंड अंतर्गत कुंदुरमुंडा, टकबहाल, भुखन टोली, टेंपो टोली, अलिगुंड, पालेमुंडा और बेहरिनबासा सहित आसपास के गांव के ग्रामीणों को प्रखंड और जिला मुख्यालय तक जाने में मुश्किलों का सामना करना पड़ता है। आलम ऐसा है कि मानसून में वाहन तो छोड़िए, लोग पैदल भी इस सड़क पर नहीं चल सकते। वर्षों से पक्की सड़क की मांग पूरी नहीं होने से ग्रामीणों में शासन-प्रशासन के खिलाफ आक्रोश है। इसी संबंध में ग्रामीणों ने कुंदुरमुंडा बाजार टांड़ में बैठक बुलाई और रोड नहीं तो वोट नहीं का नारा दिया। 

क्या कहते हैं ग्रामीण
मुखिया स्नेहलता केरकेट्टा ने बताया कि बोलबा से होते हुए अलिगुंड होते हुए टकबहाल तक सड़क की खराब स्थिति के बारे में चर्चा की गई है। हमने फैसला किया है कि जब तक रोड नहीं बनेगा हमलोग वोट नहीं देंगे। इस फैसले से सभी ग्रामीण सहमत हैं। उपप्रमुख आमंत्रण मांझी ने कहा कि हम लोगों ने यहां इसलिए भीड़ जमा रखी है क्योंकि बोलबा प्रखंड से ओडिशा बॉर्डर तक सड़क काफी जर्जर स्थिति में है। कई बार आवेदन देने के बाद भी पक्की सड़क का निर्माण नहीं कराया गया है। 

पहान देवेंद्र भगत ने कहा कि हम काफी समय से पक्की सड़क की मांग कर रहे थे। आखिर में विवश होकर हमने धरना दिया है। झारखंड में हर पांच साल में सरकारों का गठन होता है। कई सरकारें बनी लेकिन सड़क नहीं बनी। हमने सभी सरकारों की नीयत देख ली है। साइकिल से भी चलना मुश्किल होता है। हमें बहुत कठिनाई का सामना करना पड़ता है। ग्रामीणों ने अंतिम निर्णय लिया है कि रोड नहीं तो वोट नहीं। 

समाजसेवी असुम कीड़ो ने कहा कि देश की आजादी को 78 साल हो गये। झारखंड गठन को 24 साल बीत चुके हैं। इतने वर्षों बाद भी बोलबा से ओडिशा बॉर्डर तक सड़क जर्जर है। हमें ब्लॉक और जिला मुख्यालय जाने के लिए काफी मुश्किल होती है। छात्र-छात्राओं को भी मुसीबतें झेलनी पड़ती है। हमने फैसला किया है सड़क नहीं बनी तो हम वोट नहीं देंगे। 

प्रखंड-जिला मुख्यालय जाना मुश्किल
ग्रामीणों ने बताया कि उन्होंने कई बार पूर्व सांसद अर्जुन मुंडा को सड़क निर्माण के लिए आवेदन दिया था। स्थानीय विधायक नमन बिक्सल कोंगाड़ी, पूर्व सांसद कड़िया मुंडा और पूर्व ग्रामीण विकास मंत्री एनोस एक्का को भी आवेदन दिया लेकिन किसी ने भी सड़क बनवाने की दिशा में कोई सकारात्मक पहल नहीं की। मानसून का आगमन हो चुका है। बारिश हो रही है। पक्की सड़क के अभाव में बोलबा, कुंदुरमुंडा, टकबहाल, भुखन टोली, टेंपो टोली, अलिगुंडा, पालेमुंडा और बेहरिनबासा का संपर्क जिला और प्रखंड मुख्यालय से कट जाता है। यही रास्ता बोलबा प्रखंड मुख्यालय को ओडिशा के सुंदरगढ़ जिले से जोड़ता है। 

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