द फॉलोअप डेस्क
सरकारी विद्यालयों में 20 साल से अधिक समय तक सेवा दे चुके प्राथमिक शिक्षकों का सीधे प्रिंसिपल के पोस्ट पर प्रोमोशन मिलेगा। इस संबंध में स्कूली साक्षरता विभाग, झारखंड ने सभी जिलों के शिक्षा अधीक्षक को निर्देश जारी किया है। बता दें कि प्राथमिक शिक्षकों का प्रोमोशन लंबे समय से टला हुआ है। इस मामले को लेकर विभागीय प्रोन्नति समिति ने हाल ही में एक मीटिंग की थी, जिसमें ये निर्णय लिया गया है। राज्यभर के प्राथमिक शिक्षक काफी समय से अपने प्रोमोशन की मांग कर रहे थे। ऐसे में ये खबर उनके लिए खुशखबरी लेकर आयी है।
पहले क्या था प्रावधान
स्कूली साक्षरता विभाग ने जिला शिक्षा अधीक्षकों को जारी पत्र में लिखा है कि अब 20 वर्ष तक सेवा तक सेवा दे चुके शिक्षकों का प्रोमोशन बिना किसी औपचारिकता के प्रिंसिपल के पद पर किया जायेगा। बता दें कि पहले के प्रावधान के अनुसार शिक्षकों को प्रिंसिपल के पद पर प्रोमोशन पाने के लिए स्नातक प्रशिक्षित पद पर 5 साल की सेवा को अनिवार्य किया गया था। नये प्रावधान में ये बाध्यता खत्म कर दी गयी है। जारी आदेश में ये भी कहा गया है कि 2012 से 2016 में बहाल स्नातक प्रशिक्षित शिक्षक नौकरी के दस साल पूरा करने के बाद ही प्रिंसिपल बनने के अधिकारी होंगे। हालांकि अभी इस बाबत निर्देश जारी नहीं किया गया है।
क्या होगा फायदा
स्कूली साक्षरता विभाग के इस निर्णय से स्नातक प्रशिक्षित शिक्षकों के 7000 से अधिक पद रिक्त हैं। इन सभी पदों पर स्कूलों को विषयवार शिक्षक मिल जायेंगे। गौरतलब है कि झारखंड के मीडिल स्कूलों में प्रिंसिपल के 3218 पोस्ट सृजित हैं। इनमें मात्र 74 प्रिंसिपल अभी पदभार में हैं। नये निर्णय के बाद प्रिंसिपल के 97 फीसदी पद को भरा जा सकेगा। इससे निश्चित रूप से स्कूलों के पठन-पाठन औऱ अन्य कार्यों के स्तर में सुधार आयेगा। शिक्षक संगठनों ने सरकार के इस निर्णय का स्वागत किया है और विभाग का आभार जताया है।