गिरिडीह:
बरमसिया स्थिति साईं सेवा आश्रम में शनिवार को आश्रम के संस्थापक डी चंद्र किरण रेड्डी सहित मंदिर के पुजारी व अन्य आश्रम के कार्यकारिणी लोगों के बीच एक प्रेस वार्ता आयोजित की गई। इस संबंध में आश्रम के संस्थापक रेड्डी ने बताया कि गिरिडीह में साईं सेवा आश्रम लोगों को भक्ति और आस्था से जोड़ने का एक केंद्र वर्षों से बना हुआ है। इस आश्रम में विभिन्न देवी-देवताओं की मूर्तियां स्थापित है।
दूरदराज से पहुंचते हैं श्रद्धालु
उन्होंने कहा कि गिरिडीह में दूरदराज के भी श्रद्धालु पहुंच कर सभी देवी-देवताओं की पूजा-अर्चना के लिए पहुंचते हैं। साथ ही सतयुग, त्रेता, द्वापर ओर कलयुग के आध्यात्मिक गुरु सहित साईं देव की प्रतिमा मंदिर में स्थापित है। उन्होंने कहा कि 2011 के बाद आज तक कुल 13 वर्षों में भक्तों के सहयोग से कई अद्वितीय कार्य किया गया। बताया गया कि इस वर्ष 14 वे वार्षिक उत्सव बसंत पंचमी के दिन मंदिर परिसर में प्राकृतिक छय से परिपूर्ण गुफा में दुर्गा, सरस्वती, लक्ष्मी, राधिका, गंगा, ललिता, धनेश्वरी सहित 12 देवी मां की प्रतिमा स्थापित की गई।
मंदिर की क्या खासियत है
बताया गया कि इन 12 रुपी देवियों के दर्शन से जीवन को धन्य कर सकते है। जानकारी दी गई कि देवी के वाहन सिंह के मुखाकृति से निर्मित प्रवेश द्वार से प्रवेश कर लोग पूर्णरूपेण भक्ति योग्य हो सकते हैं। वहीं मंदिर के पुजारी ने बताया कि इस गुफा में 9 प्रवाहित जलधारा भी लगाया गया है। जिनके नाम यहां क्रमश दर्शाए गए हैं। आश्रम संस्थापक ने मीडिया के माध्यम से कहा कि अधिक से अधिक संख्या में श्रद्धालु यहां पहुंचकर इस अद्भुत और अलौकिक देवी के दर्शन कर सकते हैं।