द फॉलोअप डेस्क
केरल में 29 अक्टूबर को रात सवा नौ बजे से लेकर पौने ग्यारह बजे तक हल्के झटके महसूस किए गए। ये आवाजें लगभग 2 किलोमीटर के क्षेत्र में सुनाई दीं, जिससे स्थानीय लोगों में दहशत फैल गई। कई घरों में दरारें भी आ गईं, जिससे लोग और भी चिंतित हो गए। प्रशासन ने प्रभावित लोगों को सुरक्षित स्थानों पर पहुंचाने के उपाय किए।
केरल के अनाकल्लु गांव में हुई ये विस्फोट जैसी आवाजें वास्तव में प्राकृतिक कारणों से उत्पन्न हुई हैं। धमाकेदार आवाजें सुनकर प्रशासन को शिकायत की गई, जिसके बाद केरल आपदा प्रबंधन प्राधिकरण (KSDMA) और जिला प्रशासन की टीमें जांच के लिए मौके पर पहुंची। KSDMA ने यह स्पष्ट किया है कि जिन इमारतों को नुकसान पहुंचा है, वे कमजोर और पुरानी थीं। स्थानीय निवासियों को इस घटना से डरने की आवश्यकता नहीं है, क्योंकि यह एक सामान्य प्राकृतिक घटना है। सरकार ने प्रभावित क्षेत्रों में आवश्यक मरम्मत कार्य शुरू करने का आश्वासन दिया है।
वहीं जांच के दौरान, जियोलॉजिस्ट और डिस्ट्रिक्ट हज़ार्ड एनालिस्ट ने पाया कि ये आवाजें जमीन के नीचे पत्थरों के रगड़ने से आ रही थीं। इसके कारण हल्के झटके भी महसूस किए गए। यह घटना वास्तव में जमीन के क्रस्ट में पत्थरों के घर्षण और दरारों के कारण हुई थी। वैज्ञानिकों ने बताया कि इस तरह की आवाजें और कंपन प्राकृतिक प्रक्रियाओं का हिस्सा हैं, जो दबाव के कारण होती हैं।