द फॉलोअप डेस्क
बिहार में अभी जहरीली शराब से होने वाली मौतों का आंकड़ा कम नहीं हुआ था कि झारखंड में भी इसने अपने पैर पसारने शुरू कर दिए। राज्य के धनबाद जिले के मैथन में बुधवार देर रात जहरीली महुआ शराब पीने से एक व्यक्ति की मौत हो गई। घटना गलफरबाड़ी ओपी क्षेत्र के शिवलीबाड़ी मुंडाधौड़ा की है, जहां 35 वर्षीय राजन पाठक ने जहरीली शराब पीने के कारण एग्यारकुंड पानी टंकी स्थित अपने घर पर ही दम तोड़ दिया।
मिली जानकारी के मुताबिक, घटना के समय मृत राजन पाठक घर में अकेला था और उसके घर का दरवाजा अंदर से बंद था। इस वक्त मृतक की पत्नी अपनी बेटी के साथ मायके गयी हुई थी। जबकि राजन की मां अपनी छोटी बेटी के ससुराल भागलपुर में थी। स्थानीय लोगों की सूचना पर गलफरबाड़ी पुलिस मौके पर पहुंची। फिर, पुलिस की मौजूदगी में आस-पास के लोग छत के रास्ते घर में घुसे और दरवाजा खोला। तो उन्होंने पाया कि गैरेज रूम के दरवाजे के पास राजन पाठक मृत पड़े हैं। इसके बाद पुलिस ने शव का पोस्टमॉर्टम कराकर उसे परिजनों को सौंप दिया।मृतक को थी शराब की लत
घटना की जानकारी देते वक्त आस-पास के लोगों ने बताया कि राजन को शराब की बुरी लत थी। वह अक्सर शराब के नशे में अपनी पत्नी और मां के साथ मारपीट किया करता था। इसे लेकर कई बार उसपर घरेलू हिंसा का मामला गलफरबाड़ी ओपी पहुंचा। जिसके बाद पुलिस ने उसे चेतावनी भी दी, मगर उसमें कोई सुधार नहीं हुआ।
नतीजा ये रहा कि जहरीली शराब ने असमय राजन की जान ले ली। इस घटना को लेकर बताया जा रहा है कि पिछले 30-35 सालों से आदिवासी बहुल एग्यारकुंड एवं शिवलीबाड़ी मुंडाधौड़ा में अवैध महुआ शराब की बिक्री हो रही है। यहां महज 10 रूपये में एक गिलास महुआ मिल जाता है। इसे पीने से हर साल करीब 10 लोगों की जान चली जाती है। इसके बावजूद न तो स्थानीय पुलिस न ही उत्पाद विभाग की टीम ने आज तक इस इलाके में शराब का अवैध कारोबार बंद करने के लिए सार्थक प्रयास किया।