logo

6 साल का बच्चा हुआ HIV पॉजिटिव, डॉक्टरों की इस गलती का शिकार हुआ मासूम

HIV.jpg

हजारीबाग 

हजारीबाग में 6 साल के एक बच्चे को एचआईवी पॉजिटिव पाया गया है।  परिजनों को जब इस बात का पता चला तो उनके पांव के नीचे से जमीन खिसक गयी। उन्होंने इसकी पड़ताल की तो पता चला कि बच्चे को एचवाईवी संक्रमित रक्त चढ़ा दिया गया है। गुस्साए परिजनों ने मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन से इसकी शिकायत की है। इससे मामले की जांच होना तय माना जा रहा है। बच्चे को संक्रमित रक्त चढ़ाने का आरोप शेख भिखारी मेडिकल कॉलेज पर लगा है। दरअसल, बच्चा विष्णुगढ़ के रहने वाले एक दंपति का है। वो जन्म से ही थैलेसीमिया से ग्रस्त है। इस वजह से उसे प्रतिमाह खून चढाना पड़ता है। परिजनों ने बताया कि वे चिकित्सकों की सलाह पर प्रत्येक 3 माह पर बच्चे की एचवाईवी जांच भी कराते रहे हैं। इस क्रम में पिछले 29 मई को बच्चे की जांच उन्होंने करायी थी। उस वक्त बच्चे की रिपोर्ट एचवाईवी निगेटिव आयी थी। 

निगेटिव से पॉजिटिव हो गयी बच्चे की रिपोर्ट 
3 अक्टूबर को जब बच्चे का टेस्ट हुआ तो उसकी रिपोर्ट निगेटिव से बदलकर पॉजिटिव हो गयी। इससे परिजनों का माथा ठनका। वे समझ नहीं पाये कि इतनी कम उम्र में बच्चे को एड्स जैसी बीमारी कैसे हो सकती है जबकि वे आरंभ से ही शेख भिखारी मेडिकल कॉलेज में ही बच्चे को टेस्ट के लिए लेकर आते रहे हैं। यहीं उसे प्रति माह रक्त चढ़ाया जाता है। उनका आरोप है कि मेडिकल कॉलेज में बच्चे को एचवाईवी संक्रमित खून चढ़ा दिया गया है। जब इस बाबत उन्होंने ब्लड बैंक के कर्मचारी मुरली कुमार से जानकारी लेनी चाही तो वह भड़क गया। परिजनों के साथ मुरली कुमार बदतमीजी के साथ पेश आये। हालांकि मुरली कुमार से पूछे जाने पर उन्होंने इस तरह किसी गलती से इनकार किया है। बहरहाल परिजनों ने मामले की लिखित शिकायत पुलिस, हजारीबाग सांसद जयंत सिन्हा और मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन से भी की है।