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अश्लील वीडियो को लेकर सरयू राय ने SSP से कहा- मंत्री, महिला और उनके पति तीनों से एकसाथ हो पूछताछ

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द फॉलोअप डेस्कः 
बीते रविवार को कथित तौर पर स्वास्थ्य मंत्री बन्ना गुप्ता का एक महिला के साथ अश्लील चैट करते हुए वीडियो वायरल हुआ था। हालांकि बन्ना गुप्ता ने सामने आकर कह दिया है कि वह हर तरह की जांच के लिए तैयार हैं। इस बाबत उन्होंने एफआईआर भी दर्ज करा दिया है। इधर विधायक सरयू राय लगातार इस मामले में मुखर दिख रहे हैं। उन्होंने एसएसपी प्रभात कुमार को वायरल वीडियो के संबंध में दायर की गई प्राथमिकी के संबंध में एक पत्र लिखा है। पत्र में 9 बिंदू उल्लेख है। सरयू ने कहा है कि प्राथमिकी को जमशेदपुर पुलिस ने कोर्ट में भेज दिया है। इस बारे में जांच के बिन्दु पुलिस ने सार्वजनिक नहीं किए। चूंकि यह वीडियो राज्य सरकार के स्वास्थ्य मंत्री का है इसलिए आवश्यक कि है जांच के बिंदु स्पष्ट हो।


यह सवाल उठाए है सरयू राय ने 
1. वीडियो देखने से स्पष्ट होता है कि मंत्री और एक महिला के बीच हो रहे वीडियो चैट की स्क्रीन रिकॉर्डिंग (21 सेकेंड) की गयी है और उस रिकॉर्डिंग का एक अंश ही सोशल मीडिया में वायरल हुआ है. प्रथम दृष्टया इसमें कोई काट-छांट नहीं दिखती है. 
2 मंत्री का बयान आया कि इस वीडियो क्लिप में कट-पेस्ट तथा मॉर्निंग की संभावना जताई है, उक्त वीडियो क्लिप शुरू से अंत तक देखने से समें मॉर्फिंग की संभावना नहीं दिखती। 


3.वीडियो क्लिप वायरल होने के दो दिन बाद एक महिला की वीडियो रिकॉर्डिंग मंत्री के कार्यालय से सोशल मीडिया में प्रसारित की गई, जिसमें वह महिला स्वीकार कर रही है कि इसमें उसकी तस्वीर है, उक्त महिला मंत्री के साथ हुए अश्लील वार्तालाप को अपने पति के साथ हुआ वार्तालाप बता रही है और कह रही हैं कि उनके इस वार्तालाप की कट- पेस्ट हुई और इसमें मंत्री जी को जोड़ दिया गया है। परंतु महिला यह बता रही है कि वह कौन है, कहां रहती है, उनके पति कौन है, उन्होंने अपने पति के साथ यह वीडियो चैट कब किया, क्या वह अपने पति के साथ ऐसी चैटिंग अक्सर करती है, इस चैटिंग में वे यह नहीं बता रही है कि पति पत्नी ने जिस मोबाईल फोन का इस्तेमाल उसका नंबर क्या है? फोन कहाँ है? इसके बारे में इस महिला से पुलिस को पूछताछ करने की आवश्यकता है। 

4. महिला की वीडियो रिकॉर्डिंग सोशल मीडिया पर आए 2 दिन हो गये परंतु यह सूचना नहीं है कि लिस ने उस महिला की तलाश किया है या नहीं?  यह पता किया जाना चाहिए कि वास्तव में क्या यह महिला वही है जिसका वीडियो वायरल हुआ था या कोई अन्य है। उक्त महिला और उसके पति का बयान लेना अत्यंत आवश्यक है।

5. मंत्री से पूछा जाना चाहिए कि अगर महिला की भूमिका कट-पेस्ट कर वीडियो क्लिप में जोड़ी गई है तो मंत्री किसके साथ वार्तालाप कर रहे है और इस वार्तालाप में के मोबाइल पोजिशिनिंग के बारे में आगे पीछे करने का निर्देश किसे दे रहे हैं? इस बारे में मंत्री से सबसे पहले पूछताछ की जानी चाहिए।
6. यदि मंत्री तथा संबंधित महिला और उसके पति के वक्तव्य में अंतर पाया जाता है तो उन तीनों को आमने सामने बैठाकर पूछताछ की जानी चाहिए।

7. मंत्री और संबंधित महिला का अश्लील वार्तालाप समाप्त होते ही फ्रेम में एक महिला की तस्वीर उभरती है जिसपर लिखा रहता है कि स्क्रीन रिकॉर्डिंग इस रनिंग इन द बैकग्राउंड' उक्त महिला के गले के ऊपरी हिस्से में एक मस्सा दिखाई पड़ता है परंतु दो दिन पूर्व जिस महिला का वीडियो रिकॉर्डिंग मंत्री के कार्यालय से प्रसारित किया गया है उसकी गर्दन पर मस्सा नहीं है सवाल उठता है कि क्या मंत्री के साथ अस्तीत वार्ता में भाग ले रही महिला और दो दिन पहले रिकॉर्डिंग वीडियो प्रस्तुत करनेवाली महिला एक ही है या अलग अलग। 

 

8. बेहतर होगा कि इस कांड का स्वतः संज्ञान लेकर पुलिस अपना एक अलग एफआईआर दर्ज करे और उसमें मंत्री सहित उनके साथ अश्लील वार्तालाप कर रही महिला को भी अभियुक्त बनाये।


 9. आशंका है कि इस कांट के अनुसंधान में जमशेदपुर पुलिस को मंत्री के प्रभाव से स्वयं को मुक्त रख पाना संभव नहीं होगा इसलिए सुझाव  दिया कि इस कांड के अनुसंधानकर्ता अधिकारी अपने स्तर से तो अनुसंधान करें, परंतु इसका पक्षण जिला पुलिस के अधिकारियों से कराने के बदले राज्य सरकार के कम से कम आईजी स्तर के पदाधिकारी से कराना उपयुक्त होगा।