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झारखंड में दवा घोटाला? सरयू राय ने स्पीकर को लिखी चिट्ठी; कार्रवाई शुरू करने की मांग

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रांची:

झारखंड में कथित दवा घोटाला मामले में सियासत गरमा सकती है। पूर्वी जमशेदपुर से निर्दलीय विधायक सरयू राय ने इस संबंध में विधानसभा अध्यक्ष रवींद्रनाथ महतो को चिट्ठी लिखकर कानूनी कार्रवाई शुरू करने की मांग की है। अंग्रेजी समाचार वेबसाइट हिन्दुस्तान टाइम्स से खास बातचीत में सरयू राय ने कहा कि मैंने स्पीकर से दवा खरीद मामले में कानूनी कार्रवाई शुरू करने की मांग की है। उन्होंने अपने आरोपों को दोहराते हुए कहा कि आपूर्तिकर्ताओं से तय कीमत से ज्यादा कीमत पर दवाएं खरीदी गई। यह राज्य सरकार के स्थापित मानदंडों और नियमों का उल्लंघन है।

 

स्वास्थ्य मंत्री पर सदन को गुमराह करने का आरोप
सरयू राय ने कहा कि स्वास्थ्य मंत्री ने 17 मार्च को विधानसभा में इस संबंध में पूछे गए मेरे सवाल का भ्रामक उत्तर दिया। सरयू राय ने इसे सदन की अवमानना बताते हुए मामले में स्वास्थ्य विभाग के खिलाफ अवमानना की कार्रवाई करने की भी मांग की है। बकौल सरयू राय, मंत्री बन्ना गुप्ता ने सदन को बताया कि केंदीय रसायन और उर्वरक मंत्रालय के निर्देश के मुताबिक केंद्र सरकार की एजेंसी से दवा खरीदना जरूरी था लेकिन यह सच नहीं है। उन्होंने सदन को गुमराह किया। 

तीन सदस्यीय टीम की जांच रिपोर्ट नहीं आई
सरयू राय ने कहा कि स्वास्थ्य मंत्री ने सदन में उक्त मामले की जांच के लिए राष्ट्रीय स्वास्थ्य मिशन के मिशन निदेशक भुवनेश प्रताप सिंह, स्वास्थ्य विभाग के अतिरिक्त सचिव आलोक त्रिवेदी और जयकिशोर प्रसाद की 3 सदस्यीय कमिटी बनाने का वादा किया था। स्वास्थ्य मंत्री ने कहा था कि कमिटी 1 महीने में अपनी रिपोर्ट सौंपेगी लेकिन अभी तक ऐसी कोई रिपोर्ट सामने नहीं आई है। इस बीच स्वास्थ्य मंत्रालय ने उस कमिटी को भंग कर दिया और 7 अगस्त 2023 को एक दूसरी समिति का गठन किया।

 

स्वास्थ्य मंत्री पर भ्रष्टाचार के गंभीर आरोप लगाए
सरयू राय ने कहा कि स्वास्थ्य मंत्री ने न केवल सदन बल्कि कैबिनेट को भी गुमराह किया। सरयू राय ने कहा कि मामला सीधे तौर पर सरकार द्वारा अधिसूचित आपूर्तकर्ताओं से बहुत अधिक कीमत पर दवाओं की खरीद से जुड़ा है और स्वास्थ्य मंत्री ने भ्रष्टाचार किया है। सरयू राय ने कहा कि स्वास्थ्य मंत्री ने कैबिनेट को गुमराह किया। न्यूनतम कीमत से तकरीबन 4 गुना अधिक कीमत पर दवा खरीदी गई।