द फॉलोअप डेस्क
राजद चुनाव अभियान समिति प्रभारी कैलाश यादव ने बुधवार को बीजेपी नेताओं पर कड़ा प्रहार किया। इस दौरान उन्होंने कहा कि भाजपा के तमाम नेता राज्य में तुष्टिकरण की भाषा का प्रयोग कर बेहद ही शर्मनाक और अत्यंत ओछी राजनीति का परिचय दे रहे हैं। ये अमन, चैन, शांति और सौहार्द बिगाड़ने का असफल प्रयास कर रहे हैं।
भाजपा नेता गंदी और तुष्टिकरण की राजनीति का पैगाम दे रहे हैं
कैलाश यादव ने कहा कि झारखंड विधानसभा चुनाव 2024 में देशभर से प्रचार प्रसार करने आ रहे बीजेपी नेता देश के गृहमंत्री अमित शाह, यूपी के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ, असम के मुख्यमंत्री सह राज्य प्रभारी हिमंता बिस्वा सरमा राज्य में नफरती बयानबाजी कर कट्टरपंथी व्यवहार का परिचय दे रहे हैं। बीजेपी नेताओं का कहना है कि सत्ता में आने के बाद राज्य में NRC, UCC लागू करेंगे, जिसमें आदिवासी समाज शामिल नहीं रहेंगे। इस वक्तव्य से स्पष्ट है कि NRC और UCC सिर्फ मुस्लिम समाज के लोगों पर लागू करेंगे। ऐसा घृणित बयान देकर भाजपा नेता राज्य में अशांति का माहौल कायम करने का प्रयास कर रहे हैं और बेहद ही गंदी व तुष्टिकरण की राजनीति का पैगाम दे रहे हैं।बीजेपी के कट्टरपंथी विचारधारा को सफल नहीं होने देंगे
इस दौरान यादव ने कहा कि बीजेपी सहित NDA नेताओं को समझ लेना चाहिए कि झारखंड एक धर्मनिरपेक्ष राज्य है। यहां पर हिंदू, मुस्लिम, सिख, ईसाई व जैन समाज के लोग आपसी भाईचारे के साथ शांति और मित्रतापूर्ण तरीके से निवास करते हैं। इसलिए बीजेपी के कट्टरपंथी विचारधारा के मंसूबे को राज्यवासी कभी सफल नहीं होने देंगे।
भाजपा को पता होना चाहिए कि महागठबंधन में राजद की प्रमुख भूमिका है, जिसका नेता राजद सुप्रीमो लालू प्रसाद यादव हैं। जो देश के सबसे लोकप्रिय और धर्मनिरपेक्ष विचारधारा और सामाजिक उत्थान एवं सामाजिक न्याय के प्रणेता हैं। इनके रहते हुए BJP और RSS की समाजविरोधी व राष्ट्रविरोधी सोच को कभी सफल होने नही देंगे।
भाजपा को यह सोचना चाहिए कि राजद अध्यक्ष लालू प्रसाद यादव ने लालकृष्ण आडवाणी का रथ रोक कर देश में सीधा संदेश दिया था कि लालू प्रसाद यादव के रहते कम्युनल फोर्स को कभी बढ़ावा नहीं दिया जा सकता। इसलिए झारखंड में भी बीजेपी के तुष्टिकरण राजनीति करने को समाप्त करने एवं रोकने का काम सिर्फ और सिर्फ महागठबंधन सरकार ही करेगी। यादव ने कहा कि राज्य में महागठबंधन चट्टानी एकता के साथ मिलकर चुनाव लड़ रही है, जिसका चुनावी परिणाम इंडिया गठबंधन के पक्ष में दो तिहाई बहुमत के साथ होगा।