नयी दिल्ली
आनेवाले 21 नवंबर को देश की राष्ट्रपति दौपदी मुर्मू प्रेसिडेंशियल ट्रेन से नहीं, बल्कि सामान्य एसी ट्रेन में सफर करेंगी। इस यात्रा में उनके साथ 500 स्कूली बच्चे भी होंगे। मौका होगा ओडिशा के बादामपहाड़ से रायरंगपुर तक के सफर का। बता दें कि राष्ट्रपति इसी दिन बादामपहाड़ से चलने वाली दो ट्रेनों का उद्घाटन करेंगी। ये ट्रेनें हावड़ा और राउरकेला जायेंगी। इनमें से एक मेल ट्रेन होगी और एक एक्सप्रेस। बता दें कि 91 साल के बाद, यानी 1932 के बाद से पहली बार बादामपहाड़ से किसी नई ट्रेन का परिचालन होने जा रहा है। राष्ट्रपति बादामपहाड़ से हावड़ा तक जाने वाली ट्रेन में बच्चों के साथ 32 किमी का सफर तय करेंगी। राष्ट्रपति के साथ इस दौरान बच्चों के शिक्षक, अभिवावक, रेलवेकर्मी और स्काउट गाइड्स के सदस्य यात्रा करेंगे।
चक्रधरपुर रेल डिवीजन के अधीन हो रहा है काम
गौरतलब है कि राष्ट्रपति की इस यात्रा के लिए महीनों से तैयारी की जा रही थी। राष्ट्रपति की ये यात्रा इस मायने में ऐतिहासिक होने के जारी है कि वे प्रेसिडेंशियल ट्रेन के बजाय बच्चों के साथ सामान्य एसी ट्रेने में सफर करेंगी। बादामपहाड़ से जमशेदपुर जाने के लिए अब तक लोकल ट्रेन ही चलती थी। लंबे अरसे के बाद यहां के लोगों के लिए एक साथ मेल और एक्सप्रेस ट्रेन का परिचालन आरंभ किया जा रहा है। खबर है कि राष्ट्रपति यहां से जल्दी ही एक और ट्रेन का उद्घाटन करने वाली हैं। ये ट्रेन राष्ट्रपति के पैतृक गांव रायरंगपुर से उनके ससुराल बादामपहाड़ तक जायेगी। बहरहाल, राष्ट्रपति के साथ केंद्रीय रेल मंत्री अश्विनी वैष्णव और रेलवे बोर्ड के चेयरपर्सन आभा सिंह भी साथ होंगी। रेलवे के इन सभी प्रोजेक्ट पर दक्षिण पूर्व रेलवे का चक्रधरपुर डिवीजन कार्य कर रहा है।
राष्ट्रपति के पैतृक गांव में है उत्साह
राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू के आने की खबर सुनकर उनके गांव रायरंगपुर में भी खासा उत्साह है। इसके लिए विभागीय तैयारी भी की जा रही है। खबर है कि लोक निर्माण विभाग की ओर से डाक बंगला में उनके ठहरने का इंतेजाम किया गया है। इसके लिए कुर्सियां, पलंग और अन्य जरूरी चीजें जमशेदपुर से भेजी गयी हैं। लेकिन मिली खबर के मुताबिक राष्ट्रपति अपने पैतृक आवास में ही रुकेंगी। जहां उनके भाई और भाभी सपरिवार रहते हैं।