द फॉलोअप डेस्क
लेवी वसूलने के लिए कोयला कारोबारियों और अन्य कार्य में लगे ठेकेदारों को धमकी देने के आरोप में टीपीसी के चार उग्रवादियों को पुलिस ने गिरफ्तार किया है। इन उग्रवादियों पर चतरा, हजारीबाग, लातेहार और रांची के कोयला कारोबारी और ठेकेदार से लेवी मांगने और फिर धमकी देने का आरोप है। पुलिस ने बताया कि है कि
गिरफ्तार उग्रवादियों के पास से दो पिस्टल, 26 गोली, आठ मोबाइल, राउटर और कुछ नक्सली पर्चे बरामद किये गये हैं। बता दें कि एसपी विकास पांडेय के निर्देश पर पिपरवार थाना प्रभारी प्रशांत कुमार ने एटीएस की तकनीकी टीम के साथ मिलकर यह सफलता हासिल की है। जिन उग्रवादियों को गिरफ्तार किया गया है, उनमें अमन लकड़ा, सुमित भगत, शंकर उरांव और आर्यन भोक्ता के नाम शामिल हैं। टंडवा डीएसपी प्रभात रंजन बरवार ने गुरुवार को प्रेस कॉन्फ्रेंस कर इसकी जानकारी दी। कहा कि इस कार्रवाई में पिपरवार थाना प्रभारी की भूमिका अहम रही है।
डीएसपी ने आगे बताया कि एसपी को उग्रवादियों के संबंध में गुप्त सूचना मिली थी। इस सूचना के अनुसार टीपीसी उग्रवादी संगठन के जोनल कमांडर अभिषेक और सब जोनल कमांडर ऋषिकेश के साथ संगठन के 8-10 सदस्य टंडवा-पिपरवार क्षेत्र में किसी बड़ी घटना अंजाम देने की योजना बना रहे थे। इसके लिए उग्रावादी पिपरवार थाना क्षेत्र स्थित बन्हें गांव के जंगल में बैठक करने वाले थे। इसके बाद टंडवा डीएसपी के नेतृत्व में झारखंड एटीएस और टंडवा-पिपपरवार की पुलिस की टीम का गठन किया गया। टीम ने जंगल पहुंचकर जगह की निशानदेही की और घेराबंदी कर सघन सर्च अभियान चलाया। इसी क्रम में पुलिस को ये सफलता मिली।