द फॉलोअप डेस्कः
सदन की कार्यवाही दुबारा शुरू होते ही इरफान अंसारी के बयान पर फिर से हंगामा शुरू हो गया. बीजेपी विधायक सह मुख्य सचेतक बिरंची नारायण ने कहा कि संसदीय कार्य मंत्री को माफी मांगना चाहिए. इस पर संसदीय कार्यमंत्री आलमगीर आलम ने कहा कि अनुपूरक बजट में बोलने के दौरान कुछ गलत बोला गया. जो बोला गया था उसे स्पंज कर दिया गया था. हम नहीं कहते की गलती नहीं हुई. उन्होंने माफी भी मांगा है. इरफान अंसारी ने क्षमा भी मांग लिया है. अगर इनको ऐसा लगता है कि हमारी मानसिकता गलत है तो इतिहास गवाह है कि कांग्रेस आदिवासी-दलित सभी को साथ ले कर चलती है. संसदीय कार्यमंत्री ने कहा फिर भी हम क्षमा मांगते है.
माफी मांगें भाजपा नेता
प्रदीप यादव ने कहा कि बीजेपी विधायक शशिभूषण मेहता का व्यवहार अनुचित है. सदन लड़ने और पहलवानी करने के लिए नहीं है. ये अखाड़ा नहीं है. विपक्ष का को नेता तो नहीं है लेकिन सदन के अंदर मुख्य सचेतक बिरंची नारायण हैं, उन्हें माफी मांगनी चाहिए.
आदिवासी समाज है आहत
भानु प्रताप शाही ने कहा कि इरफान अंसारी के बयान से देश आहत हुआ है. आदिवासी समाज के लिए जलालत वाली शब्द का इस्तमाल किया. जबकि इस देश मे राष्ट्रपति आदिवासी हैं.
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