द फॉलोअप डेस्कः
चौपारण प्रखंड के चोरदाहा पंचायत की मुखिया अर्चना हेंब्रम कोर्ट मैरेज करने के बाद भी पति को पाने के लिए दर दर भटक रही है। न्याय की गुहार लगा रही है। पर अब तक न्याय नहीं मिल पा रहा है। इसे देखकर अब आदिवासी समाज भी अर्चना के पक्ष में उतर कर शुक्रवार को सैकड़ो की संख्या में चौपारण पहुंच कर बरही विधायक उमाशंकर अकेला के आवास में ताला बन्दी कर धरने पर बैठ गए। यह खबर सुनते ही आनन फानन में नए डीएसपी अजित कुमार विमल प्रभार लेने के तुरंत बाद ही विधायक आवास पहुंचे। साथ में थाना प्रभारी अनुपम प्रकाश भी पहुंचे। मुखिया को न्याय के प्रति आश्वास्त किया।
न्याय का मिला आश्वासन
डीएसपी विमल ने 15 दिनों के अंदर आरोपी पति सहित अन्य की गिरफ्तारी की बात कही। साथ ही कहा कि यदि वो फिर भी गिरफ्त से बाहर रहता है तो ढोल नगाड़े के साथ इश्तेहार चिपकाया जाएगा और अग्रेतर कारवाई होगी। उसके बाद आदिवासी समाज के लोग धरने से उठे और ताला खोला। मौके पर विधायक उमाशंकर अकेला ने भी अधिकारियों से उक्त कांड पर प्राथमिकता से कार्रवाई करने को कहा। जानकारी हो कि मुखिया अर्चना हेंब्रम ने पति रवि यादव, ससुर ,सास, फुआ, ननद, देवर, दामाद सहित अन्य के खिलाफ मुकदमा दायर कराया है। पर अब तक न ही गिरफ्तारी हुई और न ही न्याय मिला।
अपनाने से इनकार कर रहा पति
मुखिया अर्चना हेंब्रम ने बताया कि 22 दिसम्बर 2022 को रवि यादव के सहमति से कोर्ट मैरिज किए थे। उसके बाद हमको घर नहीं ले गया। जिसके बाद 19 फरवरी 2024 को रवि के घर के पास धरने पर बैठी थी। तीन दिन तक धरने पर बैठने के बाद कुछ शर्तों के साथ हम और मेरे पति रवि यादव रांची रहने चले गए। जहां से पति रवि यादव मुझे छोड़कर घर भाग गया और अपनाने से इनकार कर रहे हैं।