हजीराबाग:
झारखंड के स्वास्थ्य मंत्री बन्ना गुप्ता गुजरात दौरे पर हैं। बन्ना गुप्ता वहां सभी राज्यों के स्वास्थ्य मंत्रियों की विशेष बैठक में शामिल होने पहुंचे हैं। इधर, हजारीबाग विधायक मनीष जायसवाल ने प्रदेश की स्वास्थ्य व्यवस्था पर गंभीर सवाल खड़े किए हैं। दरअसल, गुरुवार को विधायक मनीष जायसवाल हजारीबाग मेडिकल कॉलेज पहुंचे थे। यहां मेडिकल कॉलेज के सुपरिटेंडेंट के साथ उनकी तीखी बहस हो गई। विधायक ने इस दौरान उनको कॉलेज की कई खामियां गिनाईं।
यह स्थिति, बर्दाश्त योग्य नहीं है !!
— Manish Jaiswal (@Manishjhzb) May 5, 2022
दलाली का अड्डा बन गया है एच.एम.सी.एच का ऑर्थो वार्ड !!
डॉक्टर भी पहले मानव और इंसान हैं लेकिन अफसोस कुछ डॉक्टरों की संवेदना मर चुकी है।
एक जरूरतमंद मरीज सीता देवी से 38 दिनों तक चलता रहा सौदेबाजी, जब बात नहीं बनी तो 39वें दिन किया गया रेफर। pic.twitter.com/JVygrn5p59
22 मार्च को टूट गई थी महिला के पैर की हड्डी
दरअसल, हजीराबाग जिला के बड़कागांव प्रखंड अंतर्गत नयाटांड़ गांव के रहने वाली सीता देवी की पैर की हड्डी 28 मार्च 2022 को टूट गई थी। सीता देवी बेहद गरीब परिवार से ताल्लुक रखती हैं। उनको हजारीबाग मेडिकल कॉलेज एंज हॉस्पिटल के फीमेल ऑर्थो वार्ड में भर्ती करवाया गया। आरोप है कि यहां 39 दिनों तक उनका इलाज नहीं किया गया। ये भी आरोप है कि इलाज के बदले सीता देवी के परिजनों से 20 हजार रुपये की मांग की गई औऱ रुपये देने में असमर्थता जताने पर उनको बिना इलाज ही लौटा दिया गया।
मनीष जायसवाल से परिजनों ने मांगी थी मदद
अस्पताल से लौटा दिए जाने के बाद परिजन सीता देवी के इलाज में मदद करने की गुहार लगाकर विधायक मनीष जायसवाल के पास पहुंचे। विधायक ने एचएमसीएच के सुप्रीटेंडेंट से आग्रह किया कि सीता देवी का समुचित इलाज सुनिश्चित किया जाये। सीता देवी के भतीजे अर्जुन ने जिले की उपायुक्त नैंसी सहाय को भी इस आशय का पत्र लिखा। आरोप है कि, इतना सब करने के बाद भी डॉ. शंकर निवास ने मरीज की सर्जरी करने से इंकार कर दिया। उन्होंने मरीज को रेफर कर दिया। परिजनों ने ये भी आरोप लगाया है कि डॉ. शंकर निवास ने कहा कि आपलोग यदि एमपी और एमएलए से पैरवी कराते हैं तो इलाज भी उन्हीं से करा लीजिए।
विधायक मनीष जायसवाल ने नाराजगी व्यक्त की
कहा जा रहा है कि परिजनों ने इसकी जानकारी हजारीबाग सदर विधायक मनीष जायसवाल को दी। गुरुवार को विधायक अस्पताल के फीमेल ऑर्थो वार्ड में पहुंचे और मरीज से मुलाकात की। मनीष जायसवाल ने इस दौरान अस्पताल की कुव्यवस्था के प्रति नाराजगी प्रकट की। उन्होंने अस्पातल के सुपरिटेंडेंट डॉ. विनोद को कड़ी फटकार भी लगाई। कहा कि मानवीय संवेदना मर चुकी है। 1 महीने से ज्यादा का वक्त बीत चुका है। मरीज की सर्जरी नहीं की गई। विधायक ने इस घटनाक्रम से उपायुक्त नैंसी सहाय, स्वास्थ्य विभाग के सचिव और स्वास्थ्य मंत्री को अवगत कराया है।
चिकित्सकों पर गरीब मरीजों को लूटने का आरोप लगाया
इस घटना को लेकर मनीष जायसवाल ने प्रेस वार्ता भी की। आरोप लगाया कि चिकित्सक गरीब मरीजों को लूट रहे हैं। सीता देवी के पास आयुष्मान कार्ड है, बावजूद इसके उनका रजिस्ट्रेशन नहीं किया गया। उन्होंने बताया कि, शिकायत के बाद अस्पताल के सुपरिटेंडेंट ने शुक्रवार को मरीज की सर्जरी कराने का आश्वासन दिया है। अस्पताल ने भी कहा है कि सीता देवी को समुचित इलाज मिलेगा।