द फॉलोअप डेस्कः
जेएसएससी सीजीएल पेपर लीक के अहम किरदार अमन सिंह को रांची पुलिस ने गिरफ्तार कर लिया है। उसकी गिरफ्तारी गुरुवार को बिहार के भोजपुर जिले के आरा से हुई है। पुलिस ने उसके पास से लैपटॉप, मोबाइल फोन, यूनियन बैंक व एक्सिस बैंक का डेबिट कार्ड बरामद किया है। अमने के मोबाइल फोन व लैपटॉप में सीजीएल परीक्षा की आंसर शीट और कई अभ्यर्थियों के एडमिट कार्ड भी मिले हैं। अमन ने स्वीकार कर लिया है कि प्रश्न पत्र लीक मामले में उसकी भूमिका रही है। वहीं, इसमें बिहार के और दर्जन भर लोग शामिल हैं। गिरफ्तार अमन भोजपुर जिले के उदवंतनगर थाना के जैतपुर गांव निवासी उमेश कुमार सिंह का पुत्र है।
मालूम हो कि जेएसएससी ने 28 जनवरी 2024 को राज्य के 735 केंद्रों सीजीएल के लिए परीक्षा आयोजित की गयी थी। उसी दिन आयोग को ईमेल के जरिये पेपर लीक होने की सूचना प्राप्त हुई थी। जिसके बाद अभ्यर्थियों ने भी परीक्षा का पेपर लीक होने का आरोप लगाते हुए जेएसएससी मुख्यालय के सामने जमकर हंगामा भी किया था। अगले दिन 29 जनवरी 2024 को जेएसएसी की अधिकारी मधुमिता कुमारी के बयान पर नामकुम थाने में इस मामले को लेकर प्राथमिकी दर्ज करायी गयी थी।
रांची की पुलिस ने क्या कहा?
अमन सिंह ने झारखंड सीजीएल परीक्षा पेपर लीक मामले में शामिल अन्य कई लोगों की संलिप्तता संबंधी जानकारी उपलब्ध कराई गई है। रांची की पुलिस के अनुसार, जिनके विरुद्ध साक्ष्य जुटाकर आगे की कार्रवाई की जा रही है। इसकी जानकारी रांची पुलिस ने बीते गुरुवार (11 जुलाई) की रात एक प्रेस नोट जारी कर दी है।
केस दर्ज होने के बाद बनाई गई टीम
उधर केस दर्ज होने के बाद इस मामले की जांच के लिए मुख्यालय-1 डीएसपी अमर पांडेय के नेतृत्व में एसआईटी का गठन किया गया। जांच के क्रम में पुलिस ने पूरे प्रकरण के मास्टरमाइंड झारखंड विधानसभा के अवर सचिव सज्जाद इमाम उर्फ मो. शमीम और उसके दो पुत्रों शाहनवाज हसन व शहजादा इमाम सहित सात लोगों को गिरफ्तार किया था। इस मामले में पुलिस जून में ही नौ लोगों के खिलाफ चार्जशीट दायर कर चुकी है। अमन की गिरफ्तारी के बाद कई और लोगों के नाम का खुलासा हो सकता है।