द फॉलोअप डेस्क
झारखंड विधानसभा चुनाव में बीजेपी ने जीत के लिए पूरी ताकत लगा दी थी। लेकिन परिणाम उम्मीद के मुताबिक नहीं रहे। पार्टी के बड़े नेताओं और स्टार प्रचारकों ने जोरदार प्रचार किया, पर यह मतदाताओं को प्रभावित करने में ज्यादा सफल नहीं हुआ। चुनाव प्रचार के दौरान प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी, अमित शाह, योगी अदित्यानाथ, हिमंता बिस्वा शर्मा, शिवराज सिंह चौहान जैसे बड़े नेता झारखंड में आए और सभाएं कीं, लेकिन इसका असर बहुत की कम देखने को मिला।
पीएम मोदी की सभाओं का असर कमजोर
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने चाईबासा, गढ़वा, गुमला, चंदनकियारी, सारठ और गोड्डा में रैलियां की थीं। इन 6 जगहों में सिर्फ गढ़वा सीट पर ही बीजेपी जीत पाई। वहीं रांची में किए गए रोड शो के बाद रांची सीट जरूर बीजेपी के खाते में आई है।
अमित शाह का प्रचार भी नहीं चला
केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह ने 15 से ज्यादा जगहों पर जनसभाएं कीं, जिसमें सिमरिया, हजारीबाग, सरायकेला, बाघमारा और धनवार जैसे सीटों पर बीजेपी जीत पाई। बाकी जगहों पर पार्टी को हार का सामना करना पड़ा।
जेपी नड्डा और योगी आदित्यानाथ की मेहनत भी बेअसर
बीजेपी अध्यक्ष जेपी नड्डा ने 6 जनसभाएं कीं, लेकिन इनमें से सिर्फ 2 सीटें बीजेपी जीत पाई। वहीं उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने 17 रैलियां कीं, लेकिन पार्टी को बड़कागांव, पांकी और कोडरमा जैसी 3 सीटें मिल सकीं।
161 सभाओं के बावजूद निराशा
बीजेपी और एनडीए के स्टार प्रचारकों ने 1 से 18 नवंबर के बीच 161 चुनावी सभाएं कीं। इनमें केंद्रीय कृषि मंत्री शिवराज सिंह चौहान ने 25 सभाएं, असम के मुख्यमंत्री हिमंता बिस्वा शर्मा ने 38 और केंद्रीय रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह ने 7 सभाएं कीं। यूपी के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने 13 सभाओं को संबोधित किया। इसके अलावा अभिनेता मिथुन चक्रवर्ती और भोजपुरी गायक-नेता मनोज तिवारी जैसे प्रचारकों ने भी रैलियां कीं, लेकिन चुनाव परिणाम बीजेपी के पक्ष में नहीं रहे।