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झारखंड : ब्रांडेड शराब में पानी की हो रही मिलावट, जानें पूरा खेल

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द फॉलोअप डेस्क
झारखंड में आए दिन नकली शराब बनाए जाने का मामला सामने आता रहता है। मगर अब अब ब्रांडेड शराब में भी मिलावट हो रही है। यहां शराब में पानी मिलाने का खेल चल रहा है। वह भी 5-10 नहीं, 30 प्रतिशत पानी मिलाई जा रही है।  मिली जानकारी के अनुसार मई 2022 में नई उत्पाद नीति राज्य में लागू होने से लेकर अभी तक 16 जिलों में 55 केस दर्ज होने के मामले सामने आए हैं। इनमें 79 लोगों की गिरफ्तारी भी हुई है। मजेदार बात तो यह है कि राज्य गठन के बाद पहली बार ऐसा मामला सामने आया है जिसमें ब्रांडेड शराब में भी पानी मिलाई जा रही हो। बताते चलें कि शराब में पानी मिलाने का एक वीडियो विभागीय अधिकारियों तक पहुंचने के बाद ही इस मामले का खुलासा हुआ। कार्रवाई शुरू हुई तो एक के बाद एक मामले सामने आते चले गए। इस मामले में 9 एफआईआर तो उत्पाद विभाग की ओर से ही दर्ज कराई गई है।

उत्पाद दारोगा खुद इस धंधे में मिला संलिप्त

मिलावट के इस खेल में बाहरी लोग ही नहीं, उत्पाद दारोगा खुद इस धंधे में संलिप्त मिले। दरअसल उत्पाद दारोगा अपने भाई के साथ इस मिलावट के खेल में शामिल था। जिसके काण उसे सस्पेंड करते हुए एफआईआर दर्ज कराई गई। विभाग का दावा है कि सेल्समैन ही शराब में पानी मिलाकर बिक्री कर रहे हैं। वैसे विभाग की मानें तो पानी मिलाने वाले चिह्नित किए जा चुके हैं, अब और तेजी से कार्रवाई होगी। जिन ब्रांडों में मिलावट की शिकायत मिली है, उनमें आरएस, इंपेरियल ब्लू, ब्लैंडर प्राइड और 100 पाइपर शामिल है।

गर्म पानी में डालने से खुल जाता है ढक्कन
विभाग से मिली जानकारी के अनुसार 750 मिली वाले बोतलों के ढक्कन को खोलना आसान नहीं है, इसलिए इसमें मिलावट का मामला सामने नहीं आया। हाफ और क्वार्टर बोतलों में मिलावट किए जाने की बात सामने आई है। बताया जा रहा है कि बोतल को गर्म पानी में डालने से ढक्कन आसानी से खुल जाता है। इसमें पानी मिलाने के बाद मशीन से फिर पैक कर दिया जाता है। इधर, शराब में पानी मिलाने की शिकायत के बाद उत्पाद मुख्यालय ने तीन अफसरों की टीम बनाई। इसका नेतृत्व उत्पाद विभाग के डिप्टी कमिश्नर स्तर के अफसर कर रहे हैं।

वायरल वीडियो हजारीबाग का मिला
शराब में मिनरल वाटर मिलाने का एक वीडियो बीते दिनों वायरल हुआ था। जांच कराने पर पता चला कि यह वीडियो हजारीबाग के जिला परिषद चौक के एक दुकान का है। यहां अनिल कुमार नाम का एक व्यक्ति मिलावट करता था। पता चला कि अनिल हजारीबाग के उत्पाद दारोगा अखिलेश कुमार का भाई है। इस मामले में दारोगा की भी संलिप्तता जांच टीम को मिली। इधर, उत्पाद आयुक्त कर्ण सत्यार्थी का कहना है कि मिलावट करने वालों या अवैध शराब बेचने वाले, एमआरपी से ज्यादा कीमत वसूलने वालों को किसी भी हाल में बख्शा नहीं जाएगा।

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