मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन ने कहा है कि नियोजन में मुश्किल से अभी 15 से 20 प्रतिशत बाहरी लोग घुस रहे हैं. आने वाले वक्त में इसे जीरो प्रतिशत तक ले आएंगे. इनके (भाजपा-आजसू) समय में 75 प्रतिशत घुसते थे. वर्तमान में साठ प्रतिशत का आरक्षण तो वैसे भी भी है. 50 प्रतिशत एसटी, एससी और ओबीसी के लिए और 10 प्रतिशत ईडब्ल्यूएस के लिए है. बाकी के 40 प्रतिशत में सब है. चालीस प्रतिशत में सभी बाहर के होंगे ऐसा भी नहीं है. मुख्यमंत्री ने कहा कि सुदेश महतो ने चतुरायी से सरकार से घेरने का काम कर रहे थे. चुकी नियुक्तियां निकल रही है. युवाओं को दिग्भ्रमित करने के लिए 60-40 का नारा लगाया है. इसके माध्यम से नौजवानों के बीच जहर फेंका गया है. सरकार की स्पष्ट सोच थी कि 100 फीसदी यहां के लोगों को मौका मिले. 1932 भी इसी के लिए लाए. फिर से 1932 का विधेयक लाएंगे. ऐसे उलझाया गया है कि हमलोग चर्चा भी नहीं कर पा रहे हैं. किस नियम से नियोजन हो रहा है ये मंत्री से पूछते हैं. ये खुद से पूछना चाहिए था. छात्रों से हमने पूछा है कि 1932 पर रुकें या वर्तमान नीति पर आगे बढ़ें. लेकिन हमारा प्रयास 1932 पर बना रहेगा. नौजवान को वक्त पर राह नहीं दिखाया तो वो भटक जायेंगे. दोबारा भटक कर राह पर लाना कठिन है. वर्तमान में नौजवानों के तनाव कम करने का काम किया, इसलिए पुरानी नीति पर नियुक्ति प्रक्रिया कर रहे.
एनडीए युवाओं को बना रही दंगाई
एनडीए के लोग बेरोजगारों को दंगाई बना रहे हैं. बेरोजगार क्या करेगा. भूख के समय शेर भी अपने बच्चे को खा जाता है. ये तो मानव है. व्यापारी समूह देश पर कब्जा कर रहा. देश की सारी संपत्ति बेच रहा. घर का बेटा नालायक हो तो पूर्वजों की संपति बेच देता है. अंग्रेज बाहरी थे, अभी तो देश के लोगों ने ही लूट लिया. हमारा विपक्ष देश के विनाश पर ज्यादा चिंतन करता है, देश में विष कैसे घोला जाए इसपर काम करते हैं. रेल में चार लोगों को भून दिया गया, हरियाणा में क्या चल रहा देखा जाए. वहां पुलिस के संरक्षण में सब हो रहा. आजादी के बाद इतने सालों में कुछ नहीं हुआ था. अब क्यों हो रहा. सब घटना में एक कॉमन आवाज सुनाई देगा कि एक दूसरे को मारो. ये बड़ा अजीब परिस्थिति है. कहीं ना कहीं इनकी फूट डालो राज करो की नीति के कारण ये हो रहा है. 2024 की लोकसभा सामने है, इंडिया समूह से ये डरे हुए हैं.
आदिवासी-दलित से घृणा करने वाला समूह है एनडीए
सीएम ने कहा कि इनका समूह आदिवासी-दलित से घृणा करने वाला समूह है. इसपर सदन में भाजपा हंगामा करने लगी. बिरंचि नारायण ने कहा कि आदिवासी को राष्ट्रपति किसने बनाया. इसके बाद सीएम ने कहा कि मणिपुर में क्या हो रहा है. इन्होंने पहाड़ी इलाकों को अस्त व्यस्त कर दिया है. आज पूरा नॉर्थ ईस्ट जल रहा है. बंदूक के बल पर ये देश चलाना चाहते हैं. ये देश विविधता से भरा है. अलग अलग जात, धर्म, रंग रूप के लोग यहां हैं. इतना अलग होने के बाद सभी लोग एक साथ हैं, ये दुनिया के लिए आश्चर्य की बात है. सब मिलकर रहते हैं और ऐसे में मणिपुर की बात ना आए कैसे संभव है.