द फॉलोअप डेस्कः
ईडी और झारखंड के सीएम हेमंत सोरेन के बीच पिछले छह महीने से चल रहे पत्र युद्ध के बाद अब 16 से 20 जनवरी की तारीखें बेहद अहम हैं। इसीएम सोरने ने पत्र भेजकर ईडी की टीम को रांची बुलाया है। सूईडी की टीम 20 जनवरी को हेमंत सोरेन से पूछताछ कर सकती है। संभव है कि ये पूछताछ सीएम आवास में हो। सोमवार को सीएम ऑफिस से एक कर्मचारी को पत्र के साथ ईडी ऑफिस भेजा गया था।
ईडी ने दी थी कार्रवाई की चेतावनी
बता दें कि रांची में हुए जमीन घोटाले से जुड़े मामले में ईडी मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन से पूछताछ करना चाहती है। ईडी ने 13 जनवरी को हेमंत सोरेन को लिखे पत्र में कह दिया है कि अगर 16 से 20 जनवरी के बीच वे एजेंसी के समक्ष हाजिर नहीं होते हैं तो उसे खुद उनके पास आना पड़ेगा। ईडी ने यहां तक कहा है कि ऐसी स्थिति में विधि-व्यवस्था को लेकर चुनौतियां खड़ी हो सकती है। यह आपकी जिम्मेदारी होगी और इसलिए विधि-व्यवस्था बनाए रखने के लिए आप राज्य के मुख्य सचिव और डीजीपी को उचित निर्देश दें।
राजनीति से प्रेरित है समन
पहला समन 14 अगस्त के लिए जारी किया गया था। सोरेन ने सुप्रीम कोर्ट और फिर झारखंड हाई कोर्ट में याचिका दायर की थी और समन को अनुचित बताते हुए ईडी की कार्रवाई से सुरक्षा मांगी थी। दोनों अदालतों ने उनकी याचिका खारिज कर दी थी। सोरेन ने उच्च न्यायालय में दावा किया था कि समन दुर्भावना से जारी किया गया था और झारखंड में राजनीतिक अनिश्चितता और अशांति पैदा करने के एकमात्र उद्देश्य से उनके खिलाफ झूठे आरोप लगाए गए थे।
पहले भी 7 बार समन कर चुकी है ईडी
बता दें कि इससे पहले भी 7 बार ईडी समन कर चुकी है। आखिरी बार ईडी ने सीएम से कहा था कि लैंड स्कैम मामले में उनका बयान दर्ज करना बहुत जरूरी है। इसलिए वह चाहे तो एक जगह तय कर सकते हैं, जहां उनका बयान लिया जा सके। पत्र में यह भी लिखा गया था कि मुख्यमंत्री अगले दो दिनों के भीतर अपना बयान दर्ज करा दें। जिसके बाद सीएम का एक दूत ईडी ऑफिस पत्र लेकर पहुंचा था। जिसमें लिखा था कि वह जांच में एजेंसी का सहयोग करेंगे लेकिन पहले उन्हें स्पष्ट किया जाए कि आखिर एजेंसी उन्हें किसलिए बुला रही है। साथ ही उन्होंने कहा है कि मुझसे पहले समन की जानकारी मीडिया को हो जाती है। इस कारण से उनको मीडिया ट्रायल का फेस करना पड़ रहा है।