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मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन ने राजधानी रांची में भड़की हिंसा को दुर्भाग्यपूर्ण बताया है। उन्होंने कहा कि निश्चित रूप से ये चिंता का विषय है। उन्होंने कहा कि पुलिस प्रशासन शहर में शांति स्थापित करने में अपनी जिम्मेदारियों का निर्वहन कर रहे हैं। मुख्यमंत्री ने नाम लिए बगैर कहा कि हम सब सुनियोजित तरीके से ऐसी शक्तियों का शिकार हो रहे हैं जिसका हम सब को गंभीर परिणाम भुगतना होगा।
संवेदनशील है झारखंड की जनता
मुख्यमंत्री ने कहा कि झारखंड की जनता हमेशा से संवेदनशील और सहनशील रही है। मैं लोगों से अपील करता हूं कि वे धैर्य बनाए रखें। वर्तमान हालात में हम कठिन परीक्षा की घड़ी से गुजर रहे हैं। आगे और भी कठिन परीक्षायें होंगी लेकिन हमें धैर्य खोने की जरूरत नहीं है। मुख्यमंत्री ने कहा कि कानून और संविधान भी यही कहता है कि जो जुर्म करता है उसे सजा मिलेगी। मुख्यमंत्री ने कहा कि मैं सभी लोगों से अपील करता हूं कि वे किसी भी ऐसी घटना को अंजाम ना दें जिससे सांप्रदायिक सौहार्द बिगड़े।
शुक्रवार को हिंसक हो गया प्रदर्शन
दरअसल,बीजेपी की निलंबित राष्ट्रीय प्रवक्ता नुपूर शर्मा द्वारा पैगंबर मोहम्मद के बारे में कथित तौर पर की गई आपत्तिजनक टिप्पणी को लेकर बुलाया गया बंद हिंसक हो गया। गौरतलब है कि शुक्रवार को राजधानी रांची के डेली मार्केट एरिया में बंद बुलाया गया था। कहा जाता है कि इस दौरान एक मंदिर में कथित तौर पर पत्थरबाजी के बाद हिंसा भड़क गई।
प्रदर्शनकारियों ने तोड़फोड़ की। वाहनों में आग लगाने की भी घटना हुई है। घटना का वीडियो सोशल मीडिया में वायरल है। इस बीच रांची के शहरी इलाकों में धारा-144 लगा दी गई है।