logo

BJP के एजेंट के रूप में काम करती है केंद्रीय एजेंसी, गढ़वा में बोले मुख्यमंत्री चंपाई सोरेन 

ोमपो2.jpg

द फॉलोअप डेस्कः 
सीएम चंपाई सोरेन आज अबुआ आवास स्वीकृति पत्र वितरण करने गढ़वा पहुंचे थे। इस दौरान उन्होंने कहा कि इस सरकार में जो जनादेश प्राप्त हुआ हमें पूर्व मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन के नेतृत्व में हुआ। सरकार बनने के साथ ही पूरा देश कोरोना की चपेट में आ गये। जिस वजह से हम जो काम सोचे थे वह नहीं कर सकें। लेकिन इस राज्य में हेमंत बाबू की सरकार था इसलिए हर सुविधा मिली। डबल इंजन की सरकार ने देश को ऐसा बनाकर रखा था कि किसी हॉस्पिटल में व्यवस्था नहीं था। शैक्षणिक व्यव्सथा तक ठीक नहीं थी। केंद्र सरकार बड़ी-बड़ी बात करती है। आयुष्मान की सुविधा किसी हॉस्पिटल में नहीं दी जा रही है। हमलोग सुनते थे पीएम आवास। भारत सरकार बड़ी-बड़ी बात करती है। झारखंड को केंद्र सरकार ने धोखा दिया। आवास के लिए 8 लाख सूची था।  केंद्र में जाकर भी हमलोग कहते थे कि पैसा दीजिए। लेकिन जब भारत सरकार ने नहीं दिया तब युवा सम्राट हेमंत सोरेन ने कहा कि हम अपने बल पर देंगे। सरकार आपके द्वार कार्यक्रम चलाय। और उसमें अबुआ आवास का आवेदन आया। जिसमें हमारे सरकार ने 20 लाख लोगों का चयन किया। 2027 तक कोई बिना घर के नहीं रहेंगे। 2 कमरा नहीं बल्कि 3 कमरा का घर देंगे। हमारे कल्याणकारी योजनाओं को देखने के बाद भाजपा केंद्रीय एजेंसी को हमारे पीछे लगा देती है। हम उसका सम्मान करते हैं लेकिन भाजपा के एजेंट के रूप से काम किया एजेंसी ने इसलिए हम सवाल उठाते हैं। किसी तरह के खाता बही में नाम नहीं है इसके बावजूद हेमंत बाबू को गिरफ्तार किया। पूछता है कि बताओ तुमने क्या किया। अगर तुमको पता है तो पहले से तो उसको बात दो, दिखा दो। 


हम 3 कमरा का मकाने देंगे
चार साल में 2 साल कोरोना में रहा। ये झारखंड सोने की चिड़िया है। पूरे देश के लोग देखते हैं कि झारखंड में बहुत खनिज है। लेकिन झारखंड के आदिवासी उस संपदा से दूर हैं। उसका लाभ किन लोगों ने लिया। सब गुजरात, महाराष्ट्र और दिल्ली का लोग लिया। यहां का आदिवासी मूलवासी जहां का तहां है। जब से हमारी सरकार बनी तब से इसको गिराने की साजिश चल रही थी। ग्रामीण क्षेत्र की स्थिति खराब है। उसी को सुधारने के लिए हेमंत सोरेन ने योजना बनाना शुरू किया। इसलिए उन्होंने सोचा कि हम सबसे पहले रोटी, कपड़ा, मकान देंगे। लेकिन भाजपा ने हमें कभी स्थिर से काम नहीं करने दिया। कितना बार हमने केंद्र से मांगा कि आवास के लिए पैसा दे दो। लेकिन नहीं दिया। उसमें केंद्र का अंश 80 हजार था और राज्य का 50 हजार। लेकिन जब नहीं दिया तो हमलोगों ने सोचा कि यहां के लोगों को हम छत के बिना नहीं रहने देंगे। और आवास तीन कमरा का देंगे।


हम 125 यूनिट फ्री बिजली देंगे
भारत सरकार चिल्लाती है कि हम सबकुछ देते हैं। लेकिन गांव में जाइए देखिए कितना टूटा फूटा घर है। सिर्फ कहते हैं कि हमने पीएम आवास दे दिया। आयुष्मान कार्ड में भी धोखा दिया। झारखंड की लोकप्रिय सरकार को गिराने का प्रयास किया। बीजेपी का विकास के काम में रूचि नहीं है। सिर्फ प्रचार करना है। और महाराजा का गुणगान करना है। कभी रेल बेच देता है कभी कुछ। हमारा हिस्सा हमें नहीं देता है। इसलिए 20 लाख परिवार को हम अपने बलबूते घर देंगे। सब परिवार को पक्का मकान 2027 तक देंगे। पहले हेमंत बाबू ने सोचा कि हम 100 यूनिट फ्री बिजली देंगे। जिसका 21 लाख परिवार फायदा उठा रहे हैं। अब हमने सोचा कि 125 यूनिट फ्री बिजली देंगे। अब झारखंड में 30 लाख फ्री बिजली ले पाएंगे। हमारा काम देखकर भाजपा के पेट में दर्द हो गया। क्योंकि सारा काम तो गठबंधन सरकार ने कर दिया तो हम गांव-गांव जाकर क्या गिनाएंगे। हेमंत बाबू ने बहुत अच्छी सोच से गांव गांव तक योजना पहुंचाया। ये सरकार पांच साल पूरा करेगी। आगे भी महागठबंधन की सरकार रहेगी। केंद्र में जो बैठा हुआ है वह केंद्र के लिए काम नहीं कता है। झूठ का पुलिंद बांधा बस। सबसे पहले झारखंड की सरकार बनी लेकिन यहां के आदिवासी मूलवासी के लिए एक भी योजना नहीं लाया गया। हेमंत बाबू ने ऐसा ऐसा योजना लाया कि भारत में झारखंड की गिनती अच्छे नंबर पर हो। हर गांव को हम स्मार्ट गांव बनाएंगे। हर गांव में हर समाज में गांव शहर के बीच की दूरी को हम मिटा देंगे। इसलिए मुख्यमंत्री गाड़ी ग्राम योजना हम लेकर आए हैं। ये सरकार आपकी सरकार है। गांव से शहर तक हम विकास करेंगे। हम आर्दश झारखंड का निर्माण करेंगे। इस सरकार में कोई भेदभाव नहीं होगा। मान-सम्मान से जीने का आपको अधिकार देंगे।