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प्रभात खबर के प्रधान संपादक को धमकी देने की जांच CBI से हो: दीपक प्रकाश    

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रांची 

राज्यसभा सांसद दीपक प्रकाश ने प्रभात खबर के प्रधान संपादक आशुतोष चतुर्वेदी को धमकी देने के मामले की जांच CBI से कराने की मांग की है। कहा है कि वर्तमान राज्य सरकार कानून का राज स्थापित करने में विफल रही है। ऐसे में राज्य की पुलिस पर भरोसा नहीं किया जा सकता है। राज्यसभा सदस्य दीपक प्रकाश ने सीएम सोरेन को इस बाबत पत्र लिखा है। बता दें कि जेल के लैंड लाइन नंबर से प्रभात खबर के प्रधान संपादक आशुतोष चतुर्वेदी को धमकी दी गयी है। प्रकाश ने अपने पत्र में चिंता जाहिर करते हुए लिखा है कि भारत एक लोकतांत्रिक देश है। मीडिया को लोकतंत्र के चार स्तंभों में से एक माना जाता है। ताकि लोकतंत्र सुचारू और पारदर्शी तरीके से काम करता रहे। राज्य सरकार और इसके एजेंसियों के द्वारा लोकतंत्र के चौथे स्तंभ की सुरक्षा सुनिश्चित की जानी चाहिये। 

आरोपियों को सरकार का संरक्षण 


सांसद दीपक प्रकाश ने झारखंड़ जैसे खूबसूरत एवम जीवंत राज्य में कानून व्यवस्था को ठीक ढंग से लागू न करा पाने पर चिंता और दुख व्यक्त किया है। कहा है कि उनको जानकारी मिली है कि सूचक द्वारा एफआईआर दर्ज करायी गयी है। इस मामले को सीआईडी को स्थानांतरित किया जा रहा है, जिसका उन्होंने कड़ा विरोध किया है। उन्होंने जेल के कैदियों, सत्ता के दलाल एवं राज्य कानून प्रवर्तन एजेंसी के अधिकारियों पर आरोप लगाया है। कहा कि जेल में बंद कैदियों को कानून का कोई डर नहीं है। उनके द्वारा जेल परिसर में कई गैरकानूनी कार्य किये जाते हैं। इसकी खबर आये दिन समाचार पत्रों के माध्यम से मिलती रहती है। उन्होंने लिखा है कि जेल के अंदर से गैरकानूनी कार्यों को बिना सरकार के संरक्षण और कानून के रखवाले के सहयोग के संभव नहीं है। 

सरकार को दलालों को चिंता 

सासंद ने मामले में पारदर्शिता सुनिश्चित करने, मामले की सुचारू, निष्पक्ष और पारदर्शी जांच और दोषियों को कानून के अनुसार उचित दंड देने के लिए  मामले को सीबीआई को हस्तांतरित किये जाने की मांग की है। उन्होंने लिखा है कि यदि मामला सीबीआई को हस्तांतरित नहीं किया गया तो यह संदेश स्पष्ट हो जाएगा कि सत्ता के दलालों और सरकार को दोषियों की अधिक चिंता है।