द फॉलअप डेस्कः
कांग्रेस विधायक प्रदीप यादव ने बीजेपी प्रदेश अध्यक्ष बाबूलाल मरांडी को लेकर कहा था कि उन्हें गिरगिट ने छू लिया है इसलिए वह बराबर रंग बदल रहे हैं। इसलिए जनता उनको अब संजीदगी से नहीं लेती है। उन्होंने कहा कि बाबूलाल कभी पानी पी-पीकर भाजपा की बखिया उधेड़ते थे। कहते थे कि अगर भाजपा दूसरी बार केंद्र में सत्ता में आई, तो जनता को कटोरा लेकर भीख मांगना पड़ेगा। प्रदीप यादव के इस बयान पर सारठ से भाजपा विधायक रणधीर कुमार सिंह ने कहा है कि आज प्रदीप यादव जहां भी हैं वह बाबूलाल की वजह से ही है। प्रदीप यादव ने पहली बार जब विधायक बने थे तभी बाबूलाल मरांडी ने ही उनको टिकट दिया था। वह जब गोड्डा सांसद बने या मंत्री बने उस वक्त भी बाबूलाल मरांडी ने ही उनका साथ दिया था। यहां तक कि 2019 में भी बाबूलाल मरांडी ने ही टिकट दिया तो उन्होंने जीत दर्ज की थी। ऐसे में प्रदीप यादव बाबूलाल मरांडी के बारे में बोले यह शोभा नहीं देता।
भाजपा देगी पोड़ैयाहाट से टिकट
रणधीर सिंह ने यह भी कहा कि 2024 में कांग्रेस आपको लोकसभा चुनाव में गोड्डा से प्रत्याशी बनाने वाली नहीं है। आप भाजपा में आ जाइए आपको पोड़ैयाहाट से भाजपा टिकट देगी। संथाल परगना की तीनों लोक सभा सीट पर हमारी जीत पक्की है। विधानसभा चुनाव में भी हमें प्रचंड बहुमत प्राप्त होगा। इस दौरान रणधीर सिंह ने हेमंत सरकार पर यह आरोप लगाया कि वे केंद्र की योजनाओं को रोक रहे हैं या शिथिल कर रहे हैं या फिर उसका नाम अपने अनुसार बदल रहे हैं।
सरकार का उदासीन रवैया है केंद्र की योजनाओं के प्रति
रणधीर सिंह ने कहा कि झारखंड में सरकार आपके द्वारा कार्यक्रम में लोगों से अबुआ आवास का आवेदन लिया जा रहा है। जबकि भारत सरकार के द्वारा प्रधानमंत्री आवास लोगों को दिया जा रहा है। हेमंत सरकार का रवैया पीएम आवास के प्रति उदासीन है। सरकार के अधिकारी इसमें कोई रुचि नहीं ले रहे हैं, जबकि अबुआ आवास में जिस संख्या में आवेदन लिया जा रहा है उतनी संख्या में अबुआ आवास देना सरकार के लिए मुश्किल है। इससे भ्रष्टाचार को बढ़ावा मिलेगा। यही हाल किसानों को मिलने वाली प्रोत्साहन राशि और रोजगार से जुड़े केंद्र की योजना का है।
कैसा रहा है राजनीतिक सफर
साल 2004 के आम चुनाव में प्रदीप यादव को कांग्रेस के प्रत्याशी फुरकान अंसारी से मुंहकी खानी पड़ी थी। जबकि अगले साल 2005 में हुए विधान सभा चुनाव में वे फिर से पोडैयाहाट से विधायक बन गए और अर्जुन मुंडा सरकार में शिक्षा मंत्री बने। कालांतर में प्रदीप यादव दो बार लोक सभा चुनाव लड़े और हार गए लेकिन विधान सभा चुनाव में 2005 से लेकर अबतक लगातार जीत हासिल करते रहे। कालांतर में वे बाबूलाल मरांडी के साथ भाजपा से अलग होकर जेवीएम के संस्थापक महासचिव बने।
2019 में झामुमो के टिकट पर मिली जीत
बीते 2019 के लोस चुनाव में जेवीएम के टिकट पर उन्हें भाजपा सांसद निशिकांत दुबे से लगातार तीसरी बार हार का सामना करना पड़ा। लेकिन उसी साल हुए विधान सभा में वे भाजपा प्रत्याशी गजाधर सिंह 13, 527 मतों के अंतर से पराजित कर लगातार पांचवीं बार विधायक बने। झारखंड के 81 विधानसभा क्षेत्र में पोडैयाहाट सीट प्रमुख मानी जाती है। गोड्डा जिले का यह इलाका गोड्डा लोकसभा निर्वाचन क्षेत्र का हिस्सा है। 2019 में जेवीएम से चुनाव जीतने के बाद विधायक प्रदीप यादव और बंधु तिर्की कांग्रेस में शामिल हुए थे वहीं जेवीएम से चुनाव जीतने वाले बाबूलाल मरांडी भाजपा में शामिल हो गए।