द फॉलोअप डेस्क
उत्तराखंड में 2 सीनियर नेताओं के बीच खुलेआम हुई हिंसा ने कानून व्यवस्था का मजाक बना दिया। खानपुर के पूर्व विधायक और बीजेपी सदस्य कुंवर प्रणव सिंह चैंपियन और वर्तमान निर्दलीय विधायक उमेश कुमार के बीच हथियारों के साथ टकराव हुआ। उनके समर्थकों के बीच झगड़े और गोलीबारी ने पूरे इलाके में दहशत फैला दी। खबर के मुताबिक दोनों के बीच 100 राउंड गोलियां चलीं।
घटना का वीडियो सोशल मीडिया पर वायरल हुआ, जिसमें चैंपियन अपने करीब 2 दर्जन समर्थकों के साथ उमेश कुमार के कैंप कार्यालय और आवास पर हमला करते नजर आए। वीडियो में चैंपियन असॉल्ट राइफल लोड करते, गोली चलाते और पिस्टल व राइफल लेकर परिसर में घूमते दिखे।
इस हिंसा में उमेश कुमार के एक कर्मचारी राव इमरान के सिर में चोट लगी, जिन्हें अस्पताल ले जाया गया। पुलिस के पहुंचने से पहले चैंपियन और उनके समर्थक भाग निकले। उमेश कुमार के सचिव जुबैर काज़मी ने रुड़की के सिविल लाइंस थाने में शिकायत दर्ज कराई, जिसमें बताया गया कि करीब 100 राउंड गोलियां चलीं, और घटनास्थल से 70 खाली कारतूस बरामद हुए। इसके बाद चैंपियन और उनके चार समर्थकों को देहरादून से गिरफ्तार किया गया और हरिद्वार पुलिस को सौंपा गया।
यह हिंसा 2022 के विधानसभा चुनाव के बाद से दोनों नेताओं के बीच चली आ रही राजनीतिक दुश्मनी का नतीजा है। उमेश कुमार ने उस चुनाव में 4 बार विधायक रहे चैंपियन को हराकर खानपुर सीट पर कब्जा किया था।
घटना के समय उमेश कुमार वहां मौजूद नहीं थे, लेकिन बाद में पहुंचे। स्थिति और तनावपूर्ण हो गई जब उनके समर्थकों ने चैंपियन के खिलाफ नारेबाजी शुरू कर दी। उमेश कुमार ने पिस्टल लेकर चैंपियन के घर की ओर बढ़ने की कोशिश की, लेकिन पुलिस ने उन्हें रोक लिया।
यह घटना प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के मंगलवार को देहरादून में 38वें राष्ट्रीय खेलों के उद्घाटन समारोह के दौरे से ठीक पहले हुई, जिससे राज्य का राजनीतिक माहौल गर्म हो गया है। उत्तराखंड में नेताओं के बीच इस तरह की हिंसा दुर्लभ मानी जाती है।