द फॉलोअप डेस्क
एक अमेरिकी दंपती को 80 साल बाद उनके संबंधी का एक पत्र मिला। 1943 में लिखा गया ये पत्र 80 साल के बाद इलिनोइस के डाकघर में पहुंचा। डाकघर ने दंपति को ढूंढ निकाला और लेटर उनके हवाले किया। ये लेटर डिकाल्ब से लुईस औऱ लावेना जार्ज के लिए भेजा गया था। मिली खबर के मुताबिक ये दोनों अब दुनिया में नहीं रहे। डाकघऱ ने इस लेटर को लुईस औऱ लावेना के एक रिश्तेदार ग्रेस सालाजार को दिया। ग्रेस इस समय पोर्टलैंज के ओरेगान में अपने पति के साथ रहती हैं। ग्रेस ने इस लेटर को लुईस औऱ लावेना की बेटी जेनेट तक पहुंचा दिया।
मृत भाई के बारे में पता चला
जेनेट को लेटर पढ़ने के बाद पता चला कि उसका एक बड़ा भाई भी था। उसकी मृत्यु जन्म के कुछ महीने के बाद हो गयी थी। परिवार औऱ अपने भाई के बारे में ये जानकर उनको दुखद एहसास हुआ। लेकिन इसके साथ ही जेनेट को इस बात की भी तसल्ली हुई कि इतने सालों बाद ही सही, उनको अपने परिवार के एक और सदस्य़ के बारे में पता चला। जेनेट ने बताया कि उनके भाई की मौत उनके जन्म लेने से पहले ही हो चुकी थी। ये लेटर जेनेट के माता-पिता को उसके चाचा ने लिखा था। इसमें बच्चे की मौत के बारे में उन्होंने अपनी शोक संवेदना व्यक्त की थी।
क्यों देर से पुहंचा लेटर
देरी में कारण के बारे में पूछने पर डाकघऱ ने बताया कि इस पर पूरा पता नहीं लिखा हुआ था। सालों ये लेटर डाकघर में पड़ा रहा। इस बीच कई बार जिले और राज्य की सीमा बदल गयी। सड़कों के नाम भी बदल गये। इसके साथ ही लेटर पर हाउस नंबर भी अंकित नहीं था। लेकिन डाकघर ने एक अभियान के तहत पुरानी चिट्ठियों को जब डिलिवर करने का काम शुरू किया, तो इस लेटर को भी सही पते तक पहुंचाने का फैसला लिया गया।