द फॉलोअप डेस्क
बिहार के मधेपुरा जिले में पुलिस महकमे में हड़कंप मच गया है। राज्य के डीजीपी विनय कुमार के निर्देश पर मधेपुरा पुलिस ने 31 पुलिस अधिकारियों के खिलाफ एफआईआर दर्ज की है। यह कार्रवाई उन अधिकारियों के खिलाफ की गई है, जिन्होंने आपराधिक मामलों के अनुसंधान में लापरवाही बरती और जांच फाइलों को दबा कर रख लिया। एफआईआर दर्ज होने के बाद इन पुलिसकर्मियों के खिलाफ निलंबन या बर्खास्तगी जैसी कार्रवाई की जा सकती है।
डीजीपी ने पुलिस अधिकारियों को आदेश दिया था कि जिनके पास आपराधिक मामलों की जांच लम्बे समय से लटकी हुई है, उनके खिलाफ कड़ी कार्रवाई की जाए। मधेपुरा के एसपी ने आदेश मिलने के बाद समीक्षा की, तो कई अधिकारियों की लापरवाही सामने आई। जिले के सदर थाना की समीक्षा में पता चला कि 31 पुलिस अधिकारियों ने आपराधिक मामलों की जांच 10-12 साल तक दबा कर रखी।
विशेष रूप से एक सब इंस्पेक्टर महेश कुमार यादव के पास 36 मामलों का अनुसंधान लंबित है, जो 2013 से 2017 तक के हैं। इनके अलावा एसआई नन्दकिशोर सिंह के पास भी एक दर्जन केस पेंडिंग हैं। कई अन्य पुलिस अधिकारियों के पास भी कुछ मामले लंबित पाए गए हैं।
एसपी की समीक्षा में यह भी सामने आया कि अधिकारियों को बार-बार पत्र लिखकर जांच का जिम्मा सौंपने या निष्पादन की प्रक्रिया शुरू करने के लिए कहा गया, लेकिन कोई कार्रवाई नहीं की गई। इसके बाद एफआईआर दर्ज कर पुलिस महकमे में सुधार लाने के प्रयास किए जा रहे हैं।
जिन अधिकारियों के खिलाफ एफआईआर दर्ज की गई है, उनमें सहरसा यातायात थाना के थानेदार रविश रंजन और सुपौल जिले में थानेदारी कर रहे सियावर मंडल भी शामिल हैं।
इन पुलिस अधिकारियों के खिलाफ दर्ज हुआ एफआइआर
मधेपुरा सदर थाने में जिन पुलिस अधिकारियों के खिलाफ एफआईआर दर्ज करायी गयी है उनमें एसआइ महेश कुमार यादव, एसआइ रविश रंजन, एसआइ गोपाल कृष्ण, एएसआइ विन्देश्वर राम, एएसआइ प्रेमचन्द्र पासवान, एसआइ सियावर मंडल, एसआइ किशोर कुमार, एसआइ उमेश पासवान, एएसआइ अनिल कुमार सिंह, एसआइ अनंत कुमार, एसआइ पशुपति सिंह, एएसआइ गणेश प्रसाद, एसआइ महेश कुमार यादव, एएसआइ विनोद कुमार मिश्रा, एसआइ राजेश चौधरी, एसआइ रामाश्रय शर्मा, एएसआइ सुभाष चंद्र नारायण, एसआइ लक्ष्मण राम, एसआइ अशोक कुमार साह, एसआइ प्रवीण ठाकुर, एएसआइ मदन मोहन सिंह, एसआइ नितेश कुमार, एएसआइ नंदकिशोर सिंह, एएसआइ चंदेश्वर राम, एसआइ सत्येंद्र नारायण सिंह, एसआइ सुरेश राम, एसआइ महेश कुमार रजक, एसआइ पशुराम दास, एसआइ गंगा सागर, एसआइ रविंद्र प्रसाद सिंह और एसआइ नवीन कुमार सिंह शामिल हैं।