द फॉलोअप डेस्क
बिहार के शिवहर लोकसभा सीट का मुकाबला दिलचस्प होता नजर आ रहा है। यहां जेडीयू उम्मीदवार पूर्व सांसद आनंद मोहन की पत्नी लवली आनंद और आरजेडी कैंडिडेट रितु जायसवाल के बीच सीधा मुकाबला है। लेकिन अब चुनावी रण में लवली आनंद के पुत्र अंशुमन आनंद की भी एंट्री हो गई है। अंशुमन ने निर्दलीय प्रत्याशी के तौर पर नामांकन किया है। निर्दलीय प्रत्याशी अंशुमन आनंद ने अपने नामांकन पत्र में जो जानकारी दी है, उसके मुताबिक वह आनंद मोहन के बेटे हैं। उनका पता भी वहीं है जो लवली आनंद का भी उनके नामांकन पत्र में दर्ज है।ऐसे में चर्चा तेज हो गई है कि क्या सच में अंशुमन अपनी मां के खिलाफ चुनाव लड़ रहे हैं।
क्या है सच्चाई, जानें
अब ऐसे में सवाल उठता है कि क्या अंशुमन आनंद अपनी ही मां के खिलाफ चुनाव लड़ेंगे? असल में कई बड़े नेता अपने साथ किसी भरोसेमंद या परिवार के सदस्य से भी पर्चा दाखिल करवाते हैं ताकि अगर किसी कारणवश उनका नामांकन रद्द हो जाता है तो उनके करीबी चुनावी मैदान में बने रहेंगे। 2020 के विधानसभा चुनाव में भी लवली आनंद ने सहरसा विधानसभा सीट पर अपनी बेटी सुरभि आनंद से भी पर्चा दाखिल करवाया था। वहीं बाद में उन्होंने नाम वापस ले लिया था।
13 लोग चुनावी मैदान में होंगी
दरअसल,शिवहर लोकसभा सीट के लिए 6 मई को नामांकन दाखिल करने की तिथि खत्म हुई। 7 मई को पर्चे की जांच हुई। इसमें जांच के दौरान 4 उम्मीदवारों का नामांकन अवैध माना गया। 13 लोगों का पर्चा वैध माना गया है। इनमें जेडीयू की लवली आनंद, आरजेडी की रितु जायसवाल, वीरों के वीर इंडियन पार्टी से सुधीर कुमार सिंह, एआईएमआईएम के राणा रणजीत, समाज शक्ति पार्टी से मोहम्मद महताब आलम, बहुजन समाज पार्टी के बिजेंद्र ठाकुर, बाजीकंचन विकास पार्टी के जगदीश प्रसाद, राष्ट्रीय जनसंभावना पार्टी के उपेंद्र सहनी, प्रबल भारत पार्टी के दिलीप कुमार मिश्रा, समता पार्टी की ममता कुमारी के अलावे निर्दलीय के रूप में अखिलेश्वर श्रीवैष्णव, कन्हैया कुमार और अंशुमन आनंद शामिल हैं।