गढ़वा
जेएमएम के नेताओं नें प्रेस नोट जारी कर पूर्व विधायक गिरिनाथ सिंह को याददाश्त ठीक करने की सलाह दी है। झामुमो के जिला प्रवक्ता कार्तिक पाण्डेय और रंका प्रखंड अध्यक्ष आशीष गुप्ता नें कहा है कि रंका को अनुमंडल बनाने का श्रेय सिर्फ और सिर्फ झारखंड मुक्ति मोर्चा को जाता है। तत्कालीन मधु कोड़ा सरकार में उप मुख्यमंत्री सह गृहमंत्री रहे झामुमो विधायक दल के नेता स्व सुधीर महतो की अनुशंसा पर मधु कोडा कैबिनेट की अंतिम बैठक में रंका और जगन्नाथपुर को अनुमंडल बनाने पर मुहर लगी थी।
4 अक्टूबर 2008 को तब के मुख्यमंत्री और झामुमो सुप्रीमो शिबू सोरेन के द्वारा कर कमलों से रंका अनुमंडल और डंडा प्रखंड का उद्घाटन कर जनता को समर्पित किया गया है। उस समय सरकार के सहयोगी दल रहे राजद विधायक के तौर पर समारोह में उपस्थित रहने से कोई अनुमंडल और प्रखंड बनाने का श्रेय लेना चाहे तो यह काफी हास्यास्पद है। कहा, इस तरह के बयानों से अनुभवी नेताओं को बचना चाहिये।
आदिम समाज बहुल्य भंडरिया, चिनियां, रमकंडा, बरगड के लोगों की सुविधा के लिए झामुमो ने 1998 से इसकी मांग शुरू कर दी है। अनुमंडल की मांग काफी पुरानी थी। इसकी मांग झामुमो नेता स्व. सुबोध कुमार और मो जुबैर ने गुरुजी शिबू सोरेन के साथ तत्कालीन मुख्यमंत्री राबड़ी देवी से भी की थी। बिहार मुख्यमंत्री सचिवालय वो पत्र आज भी सुरक्षित है। ऐसे मे एक विधायक रहे नेता का यह कहना कि रंका अनुमंडल और डंडा प्रखंड हमने बनाया, यह कहना उचित नहीं है।