द फॉलोअप डेस्क
बिहार के हाजीपुर लोकसभा सीट से एनडीए की ओर लोजपा रामविलास के राष्ट्रीय अध्यक्ष चिराग पासवान मैदान में है। चिराग आज यहां से नामांकन दाखिल करेंगे। नॉमिनेशन के लिए रवाना होने से पहले चिराग पासवान ने पटना के खगौल में पूजा-अर्चना कर भगवान का आशीर्वाद लिया। चिराग के नामांकन में डिप्टी CM सम्राट चौधरी और विजय कुमार सिन्हा भी शामिल होंगे। वहीं सूत्रों से मिली जानकारी के अनुसार चिराग पासवान ने अपने चाचा पशुपति कुमार पारस को भी निमंत्रण भेजा है। हालांकि अब तक उनके आने पर सस्पेंस बना हुआ है।
पहली बार पापा के बिना नामांकन दाखिल करने जा रहा हूं
चिराग पासवान ने नामांकन करने जाने से पहले कहा कि आज उनके लिए बेहद ही भावुक दिन है। सबसे ज्यादा आज मुझे मेरे पापा की कमी महसूस हो रही है। आज से पहले हर बार वह मेरा हाथ पकड़ कर नामांकन कराने ले जाते थे। विश्वास मन में हमेशा था कि पापा हैं वह सब संभाल लेंगे। आज पहली बार उनके बिना नामांकन दाखिल करने जा रहा हूं। मुझे पूरी उम्मीद है कि जिस तरीके से हाजीपुर की जनता ने मेरे पापा को प्यार दिया है उसी तरीके से मुझे भी उनका विश्वास मिलेगा। इस दौरान उन्होंने तेजस्वी को चेतावनी देते हुए कहा कि आरक्षण को लेकर मेरे खिलाफ बयानबाजी बंद करें नहीं तो कानूनी कार्रवाई करेंगे।
दो बार जमुई से सांसद रह चुके है चिराग
गौरतलब है कि चिराग पहली बार हाजीपुर से चुनावी रण में उतरे हैं। इससे पहले वह लगातार दो बार जमुई से सांसद बन चुके हैं। 2019 में हाजीपुर सीट से चिराग के चाचा और पूर्व केंद्रीय मंत्री पशुपति पारस ने लोजपा की टिकट पर चुनाव लड़ा था और जीत हासिल की थी लेकिन उस वक्त बार अलग थी। दरअसल,उस वक्त पार्टी और परिवार एकजुट था। लेकिन रामविलास के निधन के बाद पशुपति पारस ने चिराग से संबंध तोड़ लिए और पार्टी को भी दो टुकड़ों में विभाजित कर दिया था। हालांकि,दोनों गुट एनडीए का हिस्सा हैं।