पटना
जन सुराज के मुखिया प्रशांत किशोर (Prashant Kishor) ने कहा कि BJP को परिवारवाद से परहेज नहीं है। उन्होंने उदाहरण देते हुए कहा कि बिहार में सम्राट चौधरी मौजूदा उपमुख्यमंत्री हैं। चौधरी के पिताजी कांग्रेस में विधायक और मंत्री दोनों ही रहे। उसके बाद लालू यादव की सरकार बनी तो उसमें भी विधायक और मंत्री बने। नीतीश कुमार की सरकार बनी तो उसमें विधायक-मंत्री बने। यहां तक कि जीतनराम मांझी की सरकार में भी विधायक और मंत्री बने।
ऐसे बढ़ता है परिवारवाद
कहा कि आज भाजपा को अपनी सरकार बनानी है तो उसी परिवार के कड़ी से कड़ी बैठा कर किसी मंत्री बना दिया। बिहार में पिछले 30 साल में जितने लोग MP, MLA बने हैं, चाहें वे किसी भी दल से बने हों, अधिकतर के साथ यही मामला है। कहा कि आप सूची बनायेंगे तो पता चलेगा कि 1250 परिवार के लोग ही यहां विधायक और सांसद बने हैं। परिवारवाद का ये असर है कि आपको किसी खास पार्टी में ये नहीं दिखेगा। कहा, जिस पार्टी का दौर होता है, उसी परिवार के लोग उसमें घुस जाते हैं।
जय प्रकाश नारायण के समय भी था यही मुद्दा
कहा कि परिवारवाद देश और बिहार में कोढ़ के तौर पर लोकतंत्र को खोखला कर रहा है। परिवारवाद आज की परेशानी नहीं है। अगर आपको याद होगा तो 1975 में जय प्रकाश नारायण का जो आंदोलन था, उसमें परिवारवाद सबसे बड़ा मुद्दा था। आज इससे कोई पार्टी अछूती नहीं है। ऐसा नहीं है कि ये RJD में हो रहा है या कांग्रेस में हो रहा है। BJP में भी यही हो रहा। या होना शुरू हो गया है।