'कहते हैं कि किसी चीज को शिद्दत से चाहो तो पूरी कायनात आपको उसे मिलाने में जुट जाती है।' रांची के कुछ बच्चों ने इसे जीवंत कर दिखाया है। इन युवाओं में मंयक बिम्बिसार टोप्पो(नगड़ा टोली), अमृता सृष्टि खलखो(कांटा टोली), अंकित डुंगडुंग (लोवाडीह), राजू तिर्की (
रांची की एक और प्रतिभा का जलवा जी टीवी पर बिखर रहा है। इनका नाम है, शगुन पाठक। यह गीत गाते हुए टीवी स्क्रीन पर नजर आ रहे हैं।
यह टीज़र एक मिनट 36 सेकंड का है। दर्शाक इसे लेकर काफी एक्साइटमेंट फील कर रहे हैं। अमिताभ बच्चन अपनी हर फिल्म में अलग अंदाज में नज़र आते हैं।
डीसी सुशांत गौरव ने बताया कि जिला प्रशासन का प्रयास है कि चिह्नित पर्यटक स्थलों पर पर्यटकों एवं श्रद्धालुओं को सुविधा मिले, उसे विकसित किया जाये। कई पर्यटक स्थलों को विकसित किया गया है। अन्य स्थलों के विकास कार्य अंतिम चरण में हैं। पर्यटन स्थल विकसित कर ल
झारखण्ड सदा से ही अपनी ख़निज सम्प्रदा और प्राकृतिक सौंदर्य के लिए मशहूर रहा है। लेकिन अब झारखण्ड की बेटियां गलैमर दुनिया की ओर भी अपना कदम बढ़ा रही हैं। आये दिन ऐसी तमाम खबरें आती रहती हैं। इसी क्रम में झारखण्ड की बेटी स्मिता भावना की आई है।
ऐसी सुरीली आवाज़ जो हमारे सिनेमा की ही नहीं, हमारी सांस्कृतिक और राष्ट्रीय अस्मिता की आवाज़ रही। एक ऐसी आवाज़ जिसमें मंदिर की घंटियों और मस्जिद की अज़ान सी पाकीज़गी। ऐसी आवाज़ जो सदियों में कभी एक बार ही गूंजती है।
बॉलीवुड की वयोवृद्ध पार्श्व गायिका लता मंगेशकर के स्वास्थ्य में सुधार की खबर है। कहा जा रहा है कि लता मंगेशकर के स्वास्थ्य में मामूली सुधार है। 2 दिन पहले उनका वेंटिलेटर सपोर्ट हटा दिया गया था। मुंबई के ब्रीच कैंडी अस्पताल में लता मंगेशकर का इलाज कर रहीं
भारत सरकार ने इस बार की पद्म पुरस्कारों की लिस्ट जारी कर दी है। इस लिस्ट में बॉलीवुड प्लेबैक सिंगर सोनू निगम का नाम भी शामिल है। सोनू निगम को इस साल पद्मश्री पुरस्कार दिया जाएगा। बता दें कि बॉलीबुड से सोनू के अलावा डायरेक्टर चंद्रप्रकाश द्विवेदी और विक्रम
बॉलीवुड की मशहूर पार्श्व गायिका लता मंगेशकर इन दिनों मुंबई के ब्रीच कैंडी अस्पताल में भर्ती हैं। उनका इलाज जारी है। इस बीच आमिर खान स्टारर रंग दे बसंती नाम की फिल्म में लुका-छिपी गीत को लेकर खूब चर्चा हो रही है। इस गीत को लता मंगेशकर ने गाया था। गौरतलब है
आज राष्ट्रपति राम नाथ कोविन्द ने वर्ष 2022 के लिए 4 पद्म विभूषण, 7 पद्म भूषण पुरस्कार और 107 पद्मश्री पुरस्कारों की घोषणा की है।
जेल में सज़ा काटने के दौरान मशहूर शायर फ़ैज़ अहमद फ़ैज़ ने ‘हम देखेंगे’ नज़्म लिखी थी। उसे पाकिस्तान में बैन कर दिया गया था। तब जि़या उल हक़ की हुकूमत थी। लेकिन 13 फरवरी, 1986 को पहली बार जब जानी मानी गायिका इक़बाल बानो (Iqbal Bano) ने हजारों लोगों के सामने इसे
बात उर्दू की हो या हिंदी की। प्रेमचंद के रचनाकर्म ने इसे सबसे अधिक समृद्ध किया। आज भी वो आदर्श लेखक हैं। पंच परमेश्वर उनकी ऐसी ही अमर कहानी है, जिसमें ग्राम्य जीवन के बहाने नारी सशक्तीकरण की अलख बुलंद होती है।