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सिनेपट : प्रेम के बीच कैंसर की दख़ल ने कैसे बदली ज़िंदगी-  जानने के लिए 18 फरवरी को देखनी होगी फिल्म ‘बिफोर यू डाय’

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रांची:

प्रेम सबसे नाज़ुक एहसास होता है। छुई-मुई घास जैसा मिज़ाज। अगर प्रेमी युगल में से लडकी को कैंसर हो जाए तो उनकी जिंदगी में कैसा बदलाव आता है। इसे ही पर्दे पर जीवंत करने की कोशिश है-बॉलीवुड हिंदी फीचर फिल्म ‘बिफोर यू डाय।’ 18 फरवरी को रांची सहित देशभर में रिलीज होने जा रही है। पैनक्रिएटिक कैंसर से जूझ रही एक लड़की की प्रेम कहानी के बहाने फिल्म व्यक्ति के जीवन के उस दौर को दर्शाती है, जब इंसान को पता हो कि वो मरने वाला है। कैंसर से पीड़ित व्यक्ति के आखिरी दिनों में क्या होना चाहिए और लोग क्या करने लगते हैं, यही इस फिल्म सार है। 

 

हीनू स्थित फन सिनेमा में गुरुवार शाम छह बजे इसका प्रीमियर शो हुआ। मौके पर दर्जनों फिल्म में निर्देशन कर चुके सुवेंदु राज घोष ने बताया कि राजस्थान की एक लड़की को पंजाब के एक लड़के से दार्जिलिंग में प्यार होता है। और फिर कैंसर से जूझ रही लड़की और उसका प्यार किस तरफ बढ़ता है, यही बताने के लिए फिल्म ‘बिफोर यू डाय’ आपको बुला रही है। उन्होंने झारखंड के फिल्म इंडस्ट्री को बढ़ावा दिये जाने पर बल दिया। कहा कि यहां फिल्म के कल्चर के मद्देनजर वे रांची में इस फिल्म को प्रोमोट कर रहे हैं।

 

1 घंटे 48 मिनट की इस फिल्म में पुनित राज शर्मा और काव्या कश्यप बतौर लीड नजर आएंगी। उनके अलावा प्रदीप चोपड़ा, मुकेश ऋषि, मुस्ताक खान, जरीना वहाब, आरहा महाजन आदि प्रमुख किरदार में हैं। फिल्म का निर्देशन सुवेंदु राज घोष ने किया है। फिल्म के पटकथा लेखक, निर्माता और अभिनेता प्रदीप चोपरा हैं। फिल्म में मसहूर गायक जुबिन नौटियाल ने ‘हम तेरे हो गए’ गीत गाया है। 

 


 
प्रदीप चोपड़ा ने बताया कि यह कहानी उनकी जिंदगी का अनुभव है, जिसे वे लोगों के साथ शेयर करना चाहते हैं। खुद उनकी मां कैंसर पीड़ित थीं, उनके आखिरी दिन आम कैंसर पेशेंट से बिल्कुल अलग गुजरे। प्रदीप कहते हैं कि ट्रीटमेंट कराकर हम दरअसल पीड़ित को टॉर्टर करते हैं। इसके बजाय उन्हें प्यार दिया जाए, समय दिया जाए और आखिरी दिन उनके साथ बिताया जाए। यह ज्यादा जरूरी है। फिल्म भी इन्हीं बातों की तरफ इशारा करती है।